Updated on: 18 July, 2025 04:25 PM IST | Mumbai
Samiullah Khan
मामले की गंभीरता को देखते हुए, मालवानी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया.
एक रेस्टोरेंट में काम करने वाली माँ अक्सर बच्चों को अपनी छोटी बहन की देखभाल में छोड़ देती है. (प्रतिनिधि चित्र/आईस्टॉक)
एक 18 वर्षीय मज़दूर ने 15 वर्षीय लड़की के प्रेम में पागल होकर, उसके साथ भागने से इनकार करने पर, उसे उसकी दो छोटी बहनों के साथ अगवा कर लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए, मालवानी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, तीनों लड़कियों को छुड़ाया और उन्हें उनके परिवार से मिलवाया.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान हसनत रज़ा जमशेद आलम (18) और मोहम्मद अब्दुलकलाम रहसुद्दीन शेख (18) के रूप में हुई है, जो दोनों बिहार के मज़दूर हैं. अपहृत बच्चियाँ, जिनकी उम्र 15, 7 और 11 महीने है, अपनी माँ के साथ मार्वे रोड के खरोदी इलाके में रहती थीं. माँ, जो एक बार में काम करती है, आमतौर पर बच्चों को अपनी छोटी बहन की देखभाल में छोड़ देती है. हालाँकि, पिछले हफ़्ते, बहन अपने पैतृक गाँव लौट आई थी, जिससे माँ को काम पर जाते समय घर को बाहर से बंद करना पड़ा और बच्चे अंदर अकेले रह गए.
पिछले कुछ महीनों से पास की एक निर्माण स्थल पर काम कर रहे आलम को 15 वर्षीय लड़की से प्यार हो गया. उसने लड़की को एक मोबाइल फ़ोन दिया और दोनों व्हाट्सएप पर बातें करने लगे. लड़की की माँ को इसकी भनक तक नहीं लगी. बुधवार को, माँ हमेशा की तरह घर में ताला लगाकर काम पर चली गई. आधी रात के आसपास जब वह लौटी, तो उसने ताला टूटा हुआ और अपनी तीनों बेटियों को गायब पाया. घबराकर उसने पड़ोसियों को सूचना दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी.
सीनियर इंस्पेक्टर शैलेंद्र नागरकर सहित ज़ोन 11 के वरिष्ठ अधिकारियों ने जाँच शुरू की. डिटेक्शन ऑफिसर एपीआई हरीश शिलमकर और मालवानी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लड़कियों की तस्वीरें और अपहरण की जानकारी मुंबई भर के पुलिस थानों को दी. पूछताछ के दौरान, पुलिस को पता चला कि सबसे बड़ी लड़की आलम के संपर्क में थी, जो भी लापता था. इलाके के मजदूरों ने आलम के दोस्त शेख की पहचान की, जो जन कल्याण नगर स्थित एक अन्य निर्माण स्थल पर काम करता था. शेख को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया.
वसई रेलवे पुलिस ने गुरुवार सुबह लड़कियों की तस्वीरें साझा होने के बाद उन्हें वसई स्टेशन पर पाया. रेलवे पुलिस ने उन्हें मालवणी पुलिस को सौंप दिया. पूछताछ के दौरान, आलम ने स्वीकार किया कि वह 15 वर्षीय लड़की से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था. जब लड़की ने भागने से इनकार कर दिया और अपनी बहनों को न छोड़ने पर अड़ी रही, तो उसने तीनों को ले जाने का फैसला किया. मालवणी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक शैलेंद्र नागरकर ने पुष्टि की, "बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर अपहरण का आरोप लगाया गया." आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT