Updated on: 31 October, 2023 12:32 PM IST | mumbai
करवाचौथ 2023 हिन्दू महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखने वाला त्योहार है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना भी करती हैं. कई महिलाओं को पूजा विधि और पूजन के तरीके को लेकर शंका बनी रहती है. ऐसे में ये पूजा विधि जरूर आपके काम आ सकती है.
प्रतिकात्मक तस्वीर/आईस्टॉक
करवाचौथ 2023 (Karwa Chuth 2023) हिन्दू महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखने वाला त्योहार है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना भी करती हैं. कई महिलाओं को पूजा विधि और पूजन (Karwa Chuth puja vidhi 2023) के तरीके को लेकर शंका बनी रहती है. ऐसे में ये पूजा विधि जरूर आपके काम आ सकती है.
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दिन की शुरुआत में महिलाएं सूर्योदय के पहले उठकर सरगी खाती हैं. सरगी का करवाचौथ पर विशेष महत्व होता है. सरगी बहू को उसकी सास देती है जिसमें ड्राय फ्रूट्स, मिठाई, मठरी आदि पकवान होते हैं. सरगी खाने के बाद दिन भर निर्जला व्रत रखा जाता है. इस दौरान महिलाएं सोलह श्रृंगार कर तैयार होती हैं.
पूजन सामग्री की बात करें तो इसके लिए करवे को जरूर प्रयोग करना चाहिए. करवा एक ऐसा पात्र होता है जिसमें जल भरकर चंद्रदेव को अर्घ दिया जाता है. ये पात्र मिट्टी या तांबे का होना चाहिए. इसके ऊपर ढक्कन भी होता है. इसके अलावा पूजा के लिए सींक, अक्षत, चंदन, रोली, कलश, दीपक, धूप, चलनी या छलनी, चीनी (करवे में भरकर दान की जाती है), फूल और फल जरूर रखना चाहिए.
पूजन विधि की बात करें तो इसकी पूजा दो बार होती है. एक आप अपने मंदिर में कर सकते हैं. कई घरों में गणेश जी और शंकर-पार्वती की पूजा होती है. कई घरों में चौथ माता की पूजा की जाती है. पूजा के लिए पूजा घर साफ करके जमीन पर हल्दी लेप कर आटे का स्वस्तिक बनाना चाहिए. इस पर लकड़ी का पाटा रखके उस पर चौथ माता को स्थापित करना चाहिए. इसके बाद पूजन सामग्री चढ़ाकर चौथ माता की व्रत कथा (Karwa Chuth vrat katha 2023) पढ़ कर विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. इसके बाद आरती करनी चाहिए.
रात में चांद निकलने पर महिलाएं चांद की पूजा करती हैं. चांद को अर्घ देकर ही अपना व्रत खोलती हैं. इसके लिए छत पर या जहां से भी आप चांद की पूजा करें जमीन साफ करके स्वस्तिक बनाकर अपने करवे में चीनी भरकर सींक लगाकर रखते हैं. करवे के ऊपर एक दीपक भी जलाया जाता है. कई महिलाएं दो करवे भी रखती हैं. पूजन करके आप भोजन ग्रहण कर सकती हैं. इस विधि से पूजा करने से आपका व्रत सफल रहता है.
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