Updated on: 30 November, 2023 11:56 AM IST | mumbai
Shirish Vaktania
मुंबई पुलिस कांस्टेबल अपने बेटे (25) के इलाज के बिल भरने को लेकर परेशान हैं. 9 नवंबर को कांस्टएबल राजू मारुति जाधव का बेटा अचानक हुई बारिश के कारण सड़क पर फिसल गया था. तब से वह वेंटिलेटर पर है.
साहिल जाधव, फोर्टिस अस्पताल में भर्ती पुलिस कांस्टेबल का बेटा.
मुंबई पुलिस कांस्टेबल अपने बेटे (25) के इलाज के बिल भरने को लेकर परेशान हैं. 9 नवंबर को कांस्टएबल राजू मारुति जाधव का बेटा अचानक हुई बारिश के कारण सड़क पर फिसल गया था. तब से वह वेंटिलेटर पर है. जाधव के सहकर्मियों, बैचमेट्स और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों के योगदान के कारण, कांस्टेबल 9.50 लाख रुपये इकट्ठा कर सके हैं. नानावती अस्पताल में साहिल के मेडिकल बिल का भुगतान करने के लिए अतिरिक्त 6 लाख रुपये की जरूरत है.
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9 नवंबर को साहिल अपनी दादी के लिए दवा खरीदने जा रहा था तभी बारिश शुरू हो गई. गीली सड़क पर बाइक फिसलने से वह डिवाइडर से टकरा गए. इससे उसके सिर पर काफी गहरी और गंभीर चोट लग गई. जिससे मस्तिष्क, फेफड़े और मांसपेशियां भी दब गईं. उसे नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, सर्जरी और उपचार के कारण 14 दिनों के भीतर खर्च हो गए. पुलिस कल्याण योजना से कांस्टेबल का बेटा 25 साल का होने के कारण लाभार्थी नहीं है, इसलिए कांस्टेबल को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जाधव ने बुधवार को मिड-डे को बताया, “मेरा बेटा एक इंजीनियरिंग छात्र है और उसे ऑटोमोबाइल इंजीनियर बनने का जुनून है. दुर्भाग्य से अपनी उम्र के कारण वह पुलिस योजना के लिए योग्य नहीं है. शुरुआत में मैंने 1.5 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन सहकर्मियों, बैचमेट्स और सेवानिवृत्त अधिकारियों के समर्थन से, हमने 9.53 लाख रुपये जुटाए. मैंने पोस्ट-डेटेड चेक के माध्यम से नानावती अस्पताल को लंबित राशि का भुगतान कर दिया है और अपने बेटे को फोर्टिस अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया है. वह वेंटिलेटर पर बने हुए हैं. लंबित बिलों का भुगतान करने के लिए अतिरिक्त 6 लाख रुपये की आवश्यकता है.”
एस जयकुमार, संयुक्त सीपी, प्रशासन और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जाधव को उनके बेटे का इलाज कराने में मदद की है. विशेष परिस्थितियों को पहचानते हुए फडणवीस ने फोर्टिस अस्पताल में साहिल के मुफ्त इलाज की मंजूरी दे दी है. जाधव अपने बेटे के चल रहे इलाज का खर्च जुटाने के लिए सोशल मीडिया और गैर सरकारी संगठनों का भी उपयोग कर रहे हैं.
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