Updated on: 21 May, 2025 08:48 AM IST | Mumbai
Ritika Gondhalekar
गोरेगांव की एक निर्माणाधीन साइट पर 20 वर्षीय मजदूर दूसरी मंजिल के स्लैब से नीचे गिर गया और नीचे लगी लोहे की रॉड से टकराकर उसकी जान बच गई.
PIC/SPECIAL ARRANGEMENT
गोरेगांव में निर्माणाधीन साइट पर काम करने वाला 20 वर्षीय मजदूर सोमवार की सुबह दूसरी मंजिल के स्लैब से नीचे गिर गया और नीचे स्लैप से जुड़ी लोहे की रॉड पर जा गिरा. उसे गोरेगांव के एसआरवी अस्पताल ले जाया गया. उसे साइट पर उसके साथ काम करने वाले दो लोग और उनके सुपरवाइजर लेकर आए," एसआरवी अस्पताल के सर्जन डॉ. निखिल गोखले ने बताया, जो उस व्यक्ति की सर्जिकल टीम में शामिल थे.
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“वह व्यक्ति बाल-बाल बच गया, क्योंकि पांच फीट लंबी और एक इंच मोटी लोहे की रॉड उसके एक्सिला (बांह के गड्ढे) में घुस गई और सुप्रास्कैपुलर क्षेत्र (कंधे) से बाहर निकल गई. सौभाग्य से रॉड उसकी किसी भी महत्वपूर्ण नस या गर्दन, रीढ़ या सिर में नहीं घुसी. डॉक्टर ने कहा, "हम बिना ज्यादा खून बहाए रॉड को आसानी से निकालने में सफल रहे." सर्जरी के बाद सोमवार को व्यक्ति को आईसीयू में शिफ्ट किया गया और बाद में मंगलवार को जब वह होश में आया और अपने हाथों की हरकतें करने लगा तो उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.
"उसे अगले तीन दिनों तक अस्पताल में निगरानी में रखा जाएगा और उसके सीटी नतीजों का इंतजार किया जा रहा है. सीटी स्कैन यह पुष्टि करने के लिए किया गया था कि कोई तंत्रिका क्षति नहीं है क्योंकि कुछ तंत्रिका क्षति नंगी आंखों से नहीं देखी जा सकती है और ऐसे गंभीर मामलों में निश्चिंत होने के लिए मेडिकल जांच करवाना बेहतर होता है." अस्पताल प्रशासन ने बताया कि चूंकि दुर्घटना साइट पर हुई थी, इसलिए अस्पताल में भर्ती होने का पूरा खर्च निर्माण कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा.
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