Updated on: 12 May, 2025 09:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ठाणे मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण ने लड़की के पिता को दोषी पाया और 32.41 लाख रुपये का मुआवजा मंजूर किया है.
प्रतीकात्मक फ़ाइल छवि
दिसंबर 2021 में एक कार दुर्घटना में अपनी मां की मौत के बाद आठ साल की एक लड़की ने अपने पिता के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत अदालत में याचिका दायर की. ठाणे मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (एमएसीटी) ने इस मामले में लड़की के पिता को दोषी पाया है और आठ साल की बच्ची को 32.41 लाख रुपये का मुआवजा मंजूर किया है.
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आठ साल की बच्ची ने दिसंबर 2021 में एक कार दुर्घटना में अपनी मां की मौत को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी. बच्ची की कानूनी अभिभावक के तौर पर काम करने वाली दादी ने मोटर वाहन अधिनियम की धारा 166 के तहत मुआवजे का दावा दायर किया था. ठाणे मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण ने लड़की के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उसे 32 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया तथा मामले में पिता को भी दोषी पाया.
यह मामला 24 दिसंबर, 2021 को हुई एक सड़क दुर्घटना के बाद शुरू हुआ, जब परिवार नांदेड़ से महाराष्ट्र के उमरखेड़ की यात्रा कर रहा था. यात्रा के दौरान, लड़की के पिता द्वारा चलाई जा रही कार सड़क के डिवाइडर से टकरा गई. जिसमें उनकी पत्नी, जो एक नर्सिंग कॉलेज में प्रशिक्षक थीं, की दुखद मृत्यु हो गई. इस दुर्घटना के बाद लड़की ने अपने पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
इस मामले में, अदालत ने लड़की के पिता को लापरवाही से वाहन चलाने के लिए उत्तरदायी ठहराया, तथा कहा कि वाहन एक वैध और व्यापक पॉलिसी के अंतर्गत कवर किया गया था. न्यायाधिकरण अदालत ने यह भी स्वीकार किया कि मृतक एक क्लिनिकल प्रशिक्षक के रूप में 38,411 रुपये प्रति माह कमा रहा था. भविष्य की संभावनाओं और अंतिम संस्कार व्यय जैसे मुआवजे के अन्य पहलुओं के साथ-साथ इस पर भी विचार किया गया. इसके बाद अदालत ने कुल मुआवजा राशि बढ़ाकर 64.52 लाख रुपये कर दी. चूंकि पिता पर प्रताड़ना का आरोप है, इसलिए न्यायाधिकरण ने नाबालिग लड़की को 50 प्रतिशत यानी 32.42 लाख रुपये तथा आवेदन दाखिल करने की तिथि से वसूली तक 8 प्रतिशत वार्षिक ब्याज देने का आदेश दिया है.
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से पता चला है कि पिछले तीन वर्षों में महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मंत्री ने कहा कि उनका विभाग शराब परीक्षण के अलावा यह जांचने के लिए मशीनें खरीद रहा है कि ड्राइवरों ने नशीले पदार्थ का सेवन किया है या नहीं. महाराष्ट्र बजट सत्र 2025 के दौरान राज्य विधानसभा में सड़क दुर्घटनाओं पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, सरनाइक ने एक लिखित उत्तर में कहा कि 2022 में 33,383 दुर्घटनाएं और 15,224 मौतें हुईं. 2023 में दुर्घटनाओं की संख्या बढ़कर 35,243 हो गई, जिसके परिणामस्वरूप 15,366 मौतें हुईं, जबकि पिछले साल 36,084 दुर्घटनाएं और 15,335 मौतें हुईं.
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