Updated on: 23 March, 2025 11:04 AM IST | Mumbai
Samiullah Khan
पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान चन्द्रशेखर रामसिंह चौहान (35) के रूप में हुई है, जो फिल्म इंडस्ट्री में काम करते थे.
प्रतीकात्मक फ़ाइल छवि
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई की डिंडोशी पुलिस ने 28 वर्षीय एक महिला को उसके प्रेमी और दो दोस्तों के साथ अपने पति की बेरहमी से हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान चन्द्रशेखर रामसिंह चौहान (35) के रूप में हुई है, जो फिल्म इंडस्ट्री में काम करते थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी रंजू (28) और 12 साल की बेटी सहित तीन बच्चे हैं. पुलिस जांच में पता चला कि चन्द्रशेखर और रंजू की शादी मुश्किल में थी, इसलिए दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे. चौहान को शक था कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर चल रहा है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
उन्होंने कहा कि शाहरुख और रंजू की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई और उनके बीच करीबी रिश्ता बन गया, दोनों अक्सर घंटों फोन पर बात करते थे. वह अक्सर उसके पति की अनुपस्थिति में उसके घर जाता था और उसके बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करता था, यहाँ तक कि उन्हें बाहर घुमाने भी ले जाता था. हाल ही में चन्द्रशेखर और रंजू के बीच हुई बहस हिंसक हो गई, जिसमें चन्द्रशेखर ने उन पर शारीरिक हमला कर दिया. इस स्थिति से निराश होकर, रंजू ने शाहरुख से विनती की कि वह उसके पति को हमेशा के लिए बसाने में मदद करें. इसके साथ ही महिला ने यह भी धमकी दी कि अगर उसके पति को नहीं मारा गया तो वह आत्महत्या कर लेगी.
पुलिस सूत्रों ने आगे कहा कि, रंजू से भावनात्मक रूप से प्रभावित होकर शाहरुख ने रंजू को अपने समर्थन का आश्वासन दिया और हत्या की योजना बनाई. शाहरुख ने अपने दो दोस्तों मोइनुद्दीन लतीफ खान (20) और शिवदास प्रसाद को 2-2 लाख रुपये का लालच दिया. हत्या वाले दिन शाहरुख अपने दो साथियों के साथ चौहान के घर पहुंचा. रंजू ने दरवाज़ा खोला और उन्हें अंदर ले गई. दोनों ने मिलकर चौहान पर हमला किया और उसका गला घोंट दिया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रंजू ने चीख को दबाने के लिए चौहान का मुंह बंद कर दिया, जबकि शाहरुख और मोइनुद्दीन ने उसकी गर्दन पर लकड़ी का तख्ता दबा दिया. वे तख्त पर बैठ गए और तब तक नहीं उठे जब तक उनकी सांसें नहीं रुक गईं, जिससे चौहान की मृत्यु हो गई. इस बीच प्रतिरोध को रोकने के लिए शिवदास प्रसाद ने चौहान के पैर पकड़ लिये. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया.
अगली सुबह, रंजू ने दादर में रहने वाले अपने बहनोई वीरेंद्र चौहान को फोन किया और उन्हें चंद्रशेखर की स्थिति के बारे में बताया. दोपहर में, वीरेंद्र चौहान (50) दिंडोशी पुलिस स्टेशन पहुंचे और अपने बहनोई की मौत की सूचना दी. ड्यूटी पर मौजूद अधिकारी ने अपराध स्थल का दौरा किया और मृतक की गर्दन पर संदिग्ध निशान देखे. वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से पहले घटनास्थल का पंचनामा किया गया. शव की जांच करने वाले डॉक्टर ने भी साजिश की आशंका जताई और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मौत का कारण गला घोंटना था.
पुलिस ने बताया कि डीसीपी स्मिता पाटिल, सीनियर इंस्पेक्टर अजय अफले और पीएसआई अजीत देसाई के मार्गदर्शन में पुलिस ने जांच शुरू की. जब पूछताछ की गई, तो रंजू ने शुरू में दावा किया कि कोई हर सुबह उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा था, और घटना के दिन, उसने सुबह अपने पति को बेहोश पाया. हालाँकि, उनके बयान में विसंगतियों ने और संदेह पैदा कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने रंजू के कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) का विश्लेषण किया और एक नंबर पाया जिसके माध्यम से वह अक्सर बातचीत करती थी, जिसमें हत्या की रात भी शामिल थी.
उस नंबर की सीडीआर की आगे की जांच से पता चला कि अपराध के समय दोनों संदिग्धों की लोकेशन रंजू के घर पर पाई गई थी. सूत्रों ने कहा कि बढ़ते सबूतों को देखते हुए, रंजू पूछताछ के दौरान टूट गई और अपराध कबूल कर लिया. पुलिस ने मोइनुद्दीन खान और बाद में शिवदास अयोध्या प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, शाहरुख खान अभी भी फरार हैं और उन्हें ढूंढने की कोशिशें जारी हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT