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मिले भिवंडी शहर की हेड कांस्टेबल और पेजेंट क्वीन सुजाता शेलार से, जिन्होंने ब्यूटी कांटेस्ट जीतकर पेश की मिशाल

Updated on: 20 February, 2024 08:10 AM IST | Mumbai
Gautam S Mengle | gautam.mengle@mid-day.com

सुजाता शेलार ने कराटे में ब्राउन बेल्ट अर्जित किया है और एक मुक्केबाज भी हैं.

हेड कांस्टेबल सुजाता शेलार ने आत्म-संदेह और रूढ़िवादिता पर काबू पाया और अपनी पहली सौंदर्य प्रतियोगिता में सभी को प्रभावित किया.

हेड कांस्टेबल सुजाता शेलार ने आत्म-संदेह और रूढ़िवादिता पर काबू पाया और अपनी पहली सौंदर्य प्रतियोगिता में सभी को प्रभावित किया.

ठाणे सिटी पुलिस, मिस महाराष्ट्र ग्लैमरस 2023, ”उनके इंस्टाग्राम बायो में कहा गया है.39 वर्षीया इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि उनकी दैनिक नौकरी और उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियाँ उनके व्यक्तित्व के पूरक पहलू हैं. ठाणे जिले के भिवंडी टाउन पुलिस स्टेशन की हेड कांस्टेबल सुजाता शेलार को दिसंबर में खिताब जीतने के बाद अपने सहयोगियों और वरिष्ठों से सपोर्ट मिला. वह हमें बताती हैं, "मॉडलिंग में मेरी रुचि तब बढ़ी जब मैंने अर्थशास्त्र में स्नातक करने के बाद फैशन डिजाइन में डिप्लोमा के लिए साइन अप किया." शेलार जिन्होंने कराटे में ब्राउन बेल्ट अर्जित किया है और एक मुक्केबाज भी हैं. फिलहाल वह कानून की डिग्री हासिल कर रही हैं.उन्होंने कहा, “मुझे नई रुचियां तलाशना पसंद है.जब मैं कॉलेज में था तब खेल एक जुनून था``.

शेलार का जन्म भिवंडी के कोनगांव में एक ड्राइवर पिता और गृहिणी मां के घर हुआ था.उनकी मां जया की इच्छा थी कि उनकी दो बेटियों में से एक पुलिस में भर्ती हो.शेलार ने चुनौती का सामना किया - एक ऐसा रवैया जिसने उसे अच्छी स्थिति में बनाए रखा है.वह सरलता से कहती है, "मेरी माँ अक्सर यह इच्छा व्यक्त करती थी और मैंने इसे पूरा करने का बीड़ा उठाया." मिस महाराष्ट्र में भाग लेने की अपनी चुनौतियाँ थीं.इससे पहले कि वह सह-प्रतिभागियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाती उसे सामाजिक पूर्वाग्रहों पर काबू पाना पड़ा.“बचपन में मेरी त्वचा के लिए मेरी आलोचना की गई, और इससे बहुत अधिक आत्म-संदेह हुआ.इसके अलावा, पुलिसिंग की अपनी रूढ़ियाँ होती हैं.महिला पुलिसकर्मियों को `मर्दाना` माना जाता है.प्रतियोगिता मेरे लिए इन धारणाओं को चुनौती देने का मौका था.``


शेलार ने ऑडिशन, इंटरव्यू और रैंप वॉक राउंड में सफलता हासिल की.उसने जो अनुमान लगाया था वह उसकी कमजोर अंग्रेजी थी जो बाधा साबित होगी.वह कहती हैं कि एक मराठी स्कूल में पढ़ने के बाद अंग्रेजी उनके लिए उपयुक्त नहीं है.आयोजकों को आश्चर्यचकित करते हुए उसने उनसे स्पष्ट रूप से कहा, वह हिंदी में बातचीत करने में अधिक सहज थी.और उसकी ख़ुशी के लिए, उसे बताया गया कि भाषा कोई मानदंड नहीं थी.


उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने शीर्ष सात में जगह बनाने की मेरी क्षमता को पहचान लिया है.मुझे आत्म-संदेह से ग्रस्त किया गया था, मुझे स्वीकार करना होगा, लेकिन मैंने निर्णय लिया कि मैं अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करूंगा".जब जजों ने उससे पूछा कि वह खुद को क्या सलाह देगी, तो उन्होंने कहा, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि जिंदगी आपके सामने क्या लाती है, हार मत मानो.मेरा तो यही मानना है.अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मैं इतनी दूर तक नहीं पहुंच पाता.`` शेलार ने प्रतियोगिता में मिस महाराष्ट्र ग्लैमरस का खिताब जीता.

उन्होंने बताया कि जीवन कैसे बदल गया है? उनके वरिष्ठ काफी सहायक हैं, उन्हें सामुदायिक कार्यक्रमों में सम्मानित किया गया है और उनके इंस्टाग्राम फॉलोअर्स बढ़ रहे हैं.उनके वीडियो के कैप्शन में एक ही विषय है-सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास, कुछ ऐसा जो वह चाहती हैं कि हर कोई इसका अनुसरण करे.उन्होंने कहा,“मेरी विश्वास प्रणाली दो कहावतों पर टिकी हुई है: कुछ भी असंभव नहीं है, और उम्र सिर्फ एक संख्या है.मैं जानती हूं कि मेरी उम्र में, सौंदर्य उद्योग में मेरे सामने सीमित विकल्प हैं.`` और फिर भी, शेलार अपनी अगली प्रतियोगिता की तैयारी कर रही है.


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