Updated on: 02 December, 2024 11:44 AM IST | mumbai
Rajendra B. Aklekar
सोमवार सुबह भायंदर स्टेशन पर यात्रियों ने 8:24 की चर्चगेट जाने वाली लोकल ट्रेन को एसी सेवा में बदलने के विरोध में प्रदर्शन किया.
पश्चिम रेलवे ने पिछले बुधवार से एसी लोकल सेवाओं की संख्या बढ़ा दी थी.
सोमवार सुबह भायंदर स्टेशन पर यात्रियों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर स्टेशन प्रबंधक के केबिन के बाहर प्रदर्शन किया. यह विरोध सुबह 8:24 बजे भायंदर से चर्चगेट जाने वाली लोकल ट्रेन को एसी सेवा में बदलने के खिलाफ था. यह समस्या पिछले सप्ताह शुरू हुई, जब पश्चिमी रेलवे ने गैर-एसी सेवाओं को एसी सेवाओं में बदलने का निर्णय लिया.
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यात्रियों का कहना है कि सुबह 8:24 की यह लोकल ट्रेन उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा है, खासकर उन लोगों के लिए जो चर्चगेट तक सुबह 10 बजे पहुंचना चाहते हैं. नियमित यात्री प्रकाश अल्मोड़ा ने कहा, “ट्रेन को एसी में बदलने से हमारी समय सारिणी पूरी तरह गड़बड़ा गई है. यह पूरी तरह अनुचित है. अब हमें यह ट्रेन छोड़नी पड़ेगी, जिससे हमें काफी परेशानी हो रही है.”
एक अन्य यात्री गणेश प्रसाद पांडे ने बताया कि एसी सेवाओं की वजह से यात्रा महंगी हो गई है. उन्होंने कहा, “गरीब आदमी जो 200 रुपये के पास पर यात्रा करता था, वह अब 2,600 रुपये के पास के साथ कैसे यात्रा कर पाएगा? यह गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों के लिए बहुत बड़ा बोझ है.”
पश्चिमी रेलवे ने पिछले बुधवार से 13 नई एसी सेवाएं शुरू की हैं, जिससे सप्ताह के दिनों में एसी सेवाओं की संख्या 96 से बढ़कर 109 और सप्ताहांत में 52 से बढ़कर 65 हो गई है. हालांकि, यात्रियों का कहना है कि भायंदर से अधिकांश ट्रेनें एसी में बदल दी गई हैं, जिससे गैर-एसी यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है.
यात्रियों ने मांग की है कि पश्चिमी रेलवे इस निर्णय पर पुनर्विचार करे और गैर-एसी सेवाओं को फिर से बहाल करे. एसी सेवाओं की बढ़ती संख्या ने उन यात्रियों के लिए संकट पैदा कर दिया है, जो सस्ती और सुलभ यात्रा के लिए इन लोकल ट्रेनों पर निर्भर थे.
इस विरोध प्रदर्शन ने रेलवे अधिकारियों का ध्यान जरूर खींचा है, लेकिन अब देखना यह है कि इस मुद्दे को हल करने के लिए रेलवे क्या कदम उठाता है.