Updated on: 24 May, 2025 05:41 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
भारतीय कामगार सेना के कार्यकर्ताओं से मातोश्री पर हुई बैठक में उद्धव ठाकरे ने उन्हें समर्थन का भरोसा दिया. ठाकरे ने कहा कि वे हमेशा कामगारों के साथ खड़े रहेंगे और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
X/Pics, ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान की मदद करने वाली तुर्की कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसी कार्रवाई के तहत छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करने वाली तुर्की कंपनी ‘सेलेबी नास’ का सुरक्षा लाइसेंस रद्द कर दिया गया. इस कदम के परिणामस्वरूप कंपनी के लगभग 3,700 कर्मचारी बेरोजगार हो गए.
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हालांकि, भारतीय श्रम शक्ति ने इस चुनौती का सामना करते हुए पहल की और प्रभावित कर्मचारियों को इंडो-थाई कंपनी में शामिल किया, जिससे उनकी नौकरियां बनी रहीं. इस प्रयास को लेकर भारतीय कामगार सेना के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की.
शिवसेना भूमिपुत्रांवर अन्याय होऊ देणार नाही. एकजुटीनं, एकत्र रहा! शिवसेना तुमच्या पाठीशी आहे.
— ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) May 22, 2025
- पक्षप्रमुख मा. श्री. उद्धवसाहेब ठाकरे pic.twitter.com/3NjlyVMbZj
मातोश्री पर शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से हुई इस बैठक में ठाकरे ने सभी कार्यकर्ताओं से बात की और भरोसा दिलाया कि वे हमेशा कामगारों और कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस संकट के समय कामगारों का हित उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
पहलगाम हल्ल्यानंतर भारत सरकारने पाकिस्तानला मदत करणाऱ्या, तुर्कीच्या कंपन्यांवर बंदी घातली आहे. ह्याचा परिणाम छत्रपती शिवाजी महाराज आंतरराष्ट्रीय विमानतळावर ग्राउंड हॅन्डलिंगचे काम करणाऱ्या, तुर्कीच्या ‘सेलेबी नास’ कंपनीचा सुरक्षा परवाना रद्द करण्यात आला. त्यामुळे कंपनीतील ३७००… pic.twitter.com/yOjYukgNh2
— ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) May 22, 2025
बैठक में शिव सेना (यूबीटी) नेता-सांसद, भारतीय कामगार सेना के अध्यक्ष अरविंद सावंत, संयुक्त महासचिव संजय कदम और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने सरकार की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद से जुड़े संगठनों के सहयोगियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना आवश्यक था.
भारतीय कामगार सेना के नेताओं ने इस अवसर पर यह भी कहा कि बेरोजगार हुए कर्मचारियों को इंडो-थाई कंपनी में शामिल कराकर एक बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई गई है. उन्होंने इस प्रकार के कदमों से देश के आर्थिक हितों की रक्षा की महत्ता पर जोर दिया.
कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे को आश्वासन दिया कि वे जनता के हित में निरंतर काम करते रहेंगे और बेरोजगारों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. इस मुलाकात ने कामगारों के मनोबल को बढ़ाया और भविष्य में भी उनके हितों की रक्षा का संदेश दिया.
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