Updated on: 15 July, 2024 05:04 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य के उप मुख्यमंत्री और बारामती से विधायक अजित पवार अपने पुराने भाषण के आधार पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
युगेन्द्र पवार, जय पवार
लोकसभा चुनाव में बारामती देश की हॉट सीट बन गई क्योंकि महाराष्ट्र की बारामती सीट पर पहली बार पवार परिवार की ननंद-भाभी ने चुनाव लड़ा. लोकसभा चुनाव में जहां चाचा शरद पवार का परचम लहराया, वहीं सुप्रिया सुले लगातार चौथी बार सांसद चुनी गईं, जबकि अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार हार गईं. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य के उप मुख्यमंत्री और बारामती से विधायक अजित पवार अपने पुराने भाषण के आधार पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे. यदि ऐसा होता है, तो अजित पवार अपने बेटे जय को बारामती से मैदान में उतार सकते हैं, जबकि शरद पवार अजित पवार के भाई श्रीनिवास के बेटे युगेंद्र को मैदान में उतार सकते हैं. इसलिए विधानसभा चुनाव में बारामती पर फिर से चर्चा होने की संभावना है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने 16 फरवरी को बारामती में लोकसभा चुनाव की प्रचार सभा में अपने भाषण में कहा था कि अगर बारामती से हमारे विचार से सहमत कोई सांसद लोकसभा में नहीं चुना गया तो मैं बारामती विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा. अगर आप मेरा समर्थन नहीं करेंगे तो बारामती से मेरे चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं होगा. मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा. अजित पवार का ये भाषण अब वायरल हो रहा है. कल बारामती में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की जन सम्मान रैली आयोजित की गई. हालांकि, इसमें शामिल हुए अजित पवार के समर्थकों ने कहा कि यह सिर्फ चर्चा है. अजित पवार को बारामती के नाम से जाना जाता है. इसलिए अजित पवार को नहीं लगता कि वह बारामती चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करेंगे.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने कल बारामती में जन सम्मान रैली का आयोजन किया. इसमें पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार रैली में हम विकास की बात कर रहे थे जबकि विरोधी गलत प्रचार कर रहे थे. उस वक्त उन्होंने राज्य में एक अलग माहौल बनाने की कोशिश की थी.
अजित पवार ने आगे कहाहम मुंबई के इंदु मिल में भारत के संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का स्मारक बना रहे हैं. संविधान दिवस मना रहे हैं. विपक्ष ने झूठा प्रचार किया था कि अगर हम 400 सीटें जीतेंगे तो संविधान बदल दिया जाएगा. जब तक हमारे शरीर में प्राण है, किसी भी स्थिति में संविधान को झटका नहीं लगेगा. जब तक चाँद और सूरज रहेंगे, संविधान कायम रहेगा. मैं जो कहता हूं वह करता हूं. अगर कोई गलतफहमी फैलाए तो कह देना कि हम महायुति में विश्वास करते हैं. शनिवार को जब उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की तो उन्होंने किसानों, गरीबों और महिलाओं के लिए योजना में सहयोग करने को कहा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT