 
					
					
				नया सायन एफओबी मुंबई की परिवहन व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण सुधार साबित होगा. यह पुल अब यात्रियों को अधिक सुरक्षित, विस्तृत और आधुनिक मार्ग प्रदान करेगा. (PICS/ ASHISH RAJE)
 
					
				वहीं, पुराने पुल को तोड़ने का काम जनवरी 2026 तक पूरा करने की योजना है. इस पुल को कई साल पहले असुरक्षित घोषित कर दिया गया था.
 
					
				दरअसल, 2020 में आईआईटी मुंबई द्वारा किए गए ब्रिज ऑडिट में इसकी संरचनात्मक मजबूती को लेकर गंभीर चेतावनी दी गई थी.
 
					
				रिपोर्ट में कहा गया था कि 110 वर्ष पुराना यह पुल रेलवे लाइनों के ऊपर चालू रखने के लिए “बेहद जोखिम भरा” है, क्योंकि इसकी आयु समाप्त हो चुकी है.
 
					
				बीएमसी और रेलवे दोनों ही एजेंसियां इस परियोजना को प्राथमिकता पर ले रही हैं. बीएमसी अधिकारियों के अनुसार, मानसून से पहले मई 2026 तक नया पुल पूरी तरह तैयार कर यातायात के लिए चालू करने का लक्ष्य रखा गया है.
 
					
				नई योजना की खास बात यह है कि रेलवे क्षेत्र में पुल के नीचे अब कोई सपोर्टिंग स्पैन नहीं होगा.
 
					
				इससे दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों के लिए जगह खाली होगी, जो कुर्ला और दादर के बीच प्रस्तावित पाँचवीं और छठी लाइन विस्तार परियोजना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
 
					
				इसके अलावा, रेलवे वाले हिस्से पर पुल के स्पैन को मौजूदा 40 मीटर से बढ़ाकर 51 मीटर किया जाएगा, जिससे ट्रेन परिचालन में अधिक सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी.
 
					
				स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने इस नए पुल के उद्घाटन का स्वागत किया है.
 
					
				उनका कहना है कि इससे न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि सायन-जुहू लिंक रोड और एलबीएस मार्ग के बीच ट्रैफ़िक दबाव में भी कमी आएगी.
ADVERTISEMENT