सम्मान समारोह में आदित्य ठाकरे ने छात्रों को उनके पहले शैक्षणिक पड़ाव पर बधाई देते हुए भविष्य के लिए प्रेरणादायी संदेश दिया.
उन्होंने कहा, “आपने अपने जीवन की पहली परीक्षा में सफलता प्राप्त की है, यह आपके आत्मविश्वास और मेहनत का प्रमाण है. अब आगे के रास्ते में अपने माता-पिता और शिक्षकों की सलाह को मार्गदर्शन के रूप में लें, क्योंकि यही नींव आपके भविष्य को मजबूती देगी.”
उन्होंने छात्रों को सोच में परिवर्तन लाने की भी सलाह दी. “आज हम अब भी पारंपरिक धाराओं – आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स – के दायरे में बंद हैं. हम सवाल पूछने से डरते हैं. लेकिन जब तक आप सवाल नहीं पूछेंगे, तब तक बदलाव नहीं आएगा. सवाल करना और अपनी सोच स्पष्ट रखना ही सफलता की असली कुंजी है,” आदित्य ठाकरे ने कहा.
अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि आज की राजनीति को दिशा देने के लिए शिक्षित और जागरूक युवाओं की ज़रूरत है. “कल आप किसी कॉलेज आंदोलन या सामाजिक मुद्दे से प्रेरित होकर राजनीति में आ सकते हैं. इसलिए अभी से तय करें कि आपको क्या बनना है और उसी रास्ते पर आगे बढ़ें,” उन्होंने कहा.
मराठी युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी जोड़ा, “मराठी समाज में अब भी उद्यम और व्यवसाय को लेकर झिझक है. अगर हम रोजगार पैदा करना चाहते हैं, तो हमें खुद व्यवसाय और स्टार्टअप की ओर बढ़ना होगा. केवल नौकरी की तलाश करने से हम एक सीमित सोच में बंध जाते हैं.”
इस अवसर पर शिवसेना नेता और विधायक अनिल परब, अखिल चित्रे, साथ ही कई युवा सेना कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.
कार्यक्रम में छात्रों के चेहरों पर जहां सम्मान का गौरव था, वहीं उनके अभिभावकों की आंखों में गर्व की चमक दिखी. आदित्य ठाकरे द्वारा दिए गए विचारों ने न सिर्फ छात्रों को बल्कि पूरे समुदाय को नई सोच और ऊर्जा से भर दिया.
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