अधिकारियों का मानना है कि इस बैरिकेड से लोग अनियंत्रित तरीके से सड़क पार करने से बचेंगे और दुर्घटनाओं में कमी आएगी. हालांकि, स्थानीय लोग और राहगीर इस बदलाव से पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिख रहे.
सड़क के बीच में लगाए गए इस धातु के डिवाइडर को एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिससे पैदल यात्रियों को निर्धारित क्रॉसिंग पॉइंट से सड़क पार करने के लिए प्रेरित किया जा सके.
अधिकारियों ने सड़क पार करने की अनियंत्रित प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए और भी बैरिकेड लगाने की योजना बनाई है. लेकिन इसकी वजह से कई लोग सही क्रॉसिंग पॉइंट की तलाश में डिवाइडर के आसपास घूमते देखे गए, जिससे यातायात बाधित हो रहा है.
कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बैरिकेड सड़क पार करने में बड़ी बाधा बन गया है, खासकर बुजुर्गों और विकलांगों के लिए. कई लोग पहले जहां से आसानी से सड़क पार कर लेते थे, अब उन्हें लंबा रास्ता तय करके पैदल यात्री क्रॉसिंग तक जाना पड़ता है. वहीं, कुछ नागरिकों का मानना है कि यह बदलाव सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने में मददगार साबित हो सकता है.
नए ग्रिल डिवाइडर को लेकर सड़क पार करने वाले लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई पैदल यात्री बैरिकेड के गैप तलाशते देखे गए ताकि वे किसी भी तरह से सड़क पार कर सकें. यह स्थिति इस बात पर जोर देती है कि इलाके में स्पष्ट रूप से चिह्नित पैदल यात्री क्रॉसिंग की आवश्यकता है.
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि ग्रिल डिवाइडर लगाने का मुख्य उद्देश्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. अधिकारियों ने बताया कि कई बार लोग अचानक सड़क पर दौड़कर यातायात को अव्यवस्थित कर देते थे, जिससे दुर्घटनाएँ बढ़ रही थीं. इस नई व्यवस्था से सड़क पर अनुशासन बना रहेगा और ट्रैफिक भी सुचारू रूप से चल सकेगा.
हालांकि, नागरिकों की प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन जल्द ही कुछ नए कदम उठा सकता है. ऐसी संभावनाएं हैं कि क्षेत्र में अधिक पैदल यात्री क्रॉसिंग पॉइंट बनाए जाएं या फुटओवर ब्रिज की संख्या बढ़ाई जाए ताकि लोग आसानी से सड़क पार कर सकें.
ADVERTISEMENT