महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस. फाइल फोटो
शहर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, फडणवीस ने कहा कि अगर महाराष्ट्र पर नज़र डालें, तो तीन-चार शहर ऐसे हैं जिनकी आबादी 10 लाख से ज़्यादा है. अकेले धारावी की आबादी 10 लाख है.
अगर अपात्र लोगों को हटाया गया, तो एक और झुग्गी बस्ती बन जाएगी. उन्होंने कहा कि अपात्र लोगों को किराये के आवास के तहत घर दिए जाएँगे और 12 साल में घर का स्वामित्व उनके नाम पर कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि धारावी का पुनर्विकास करने का मतलब एक नया शहर बसाना है.
फडणवीस ने कहा कि जब सरकार ने धारावी के पुनर्विकास का फ़ैसला किया था, तो यह तय किया गया था कि सभी को आवास उपलब्ध कराया जाएगा.
फडणवीस ने कहा, "अगर हम इसकी प्रकृति बदल देंगे, तो परियोजना कभी सफल नहीं होगी. उनके आवास उनके पेशे से जुड़े हैं. हमें धारावी में एक मूल्य श्रृंखला बनाने जैसी व्यापक गतिविधियाँ स्थापित करनी होंगी और उन पर पाँच साल तक कर नहीं लगाना होगा. धारावी एक जीवंत औद्योगिक कॉलोनी बनेगी".
मुख्यमंत्री ने कहा, "हम पात्र लोगों का उसी इलाके में पुनर्वास कर रहे हैं और उन्हें सभी सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं. धारावी को एक झुग्गी बस्ती के रूप में नहीं देखा जा सकता. यह आर्थिक गतिविधियों का केंद्र है. धारावी में होने वाली आर्थिक गतिविधियाँ संभवतः किसी औद्योगिक क्षेत्र में नहीं होतीं".
ADVERTISEMENT