प्रतिकात्मक तस्वीर
मंगलवार को दही हांडी उत्सव के लिए मुंबई में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
उन्होंने कहा, "सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 11,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है. सभी जोन के डिप्टी पुलिस कमिश्नर और क्षेत्रों के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर के अलावा पुलिस स्टेशनों से कांस्टेबल और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी और उसे लागू करने के लिए मौजूद रहेंगे."
त्योहार के दौरान, `गोविंदा` या दही हांडी प्रतिभागी हवा में लटकी `दही हांडी` (दही से भरी मिट्टी की हांडी) तोड़ने के लिए बहु-स्तरीय मानव पिरामिड बनाते हैं.
ऐसा माना जाता है कि बचपन में भगवान कृष्ण को दही और मक्खन बहुत पसंद था. इसलिए, भक्त कृष्ण जन्माष्टमी के बाद दही हांडी के माध्यम से उनके बचपन के दिनों को फिर से याद करते हैं.
शहर भर में कई हाउसिंग सोसाइटियों, सड़कों, चौराहों और सार्वजनिक मैदानों पर फूलों से सजी दही हांडी को ज़मीन से कई फ़ीट ऊपर फहराया गया है.
रंग-बिरंगे परिधानों में सजे गोविंदा ट्रकों, टेम्पो, बसों और दोपहिया वाहनों में दही हांडी तोड़ने के लिए महानगर के विभिन्न हिस्सों में घूमते नज़र आते हैं.
पिछले कुछ सालों में, मुंबई और उसके महानगरीय क्षेत्र, जिसमें ठाणे, कल्याण, नवी मुंबई और पनवेल शामिल हैं.
इसमें राजनेताओं द्वारा समर्थित कुछ दही हांडी कार्यक्रम भारी पुरस्कार राशि, मशहूर हस्तियों की मौजूदगी और वहाँ आयोजित मनोरंजन कार्यक्रमों के कारण प्रसिद्ध हो गए हैं. इन कार्यक्रमों में भारी भीड़ उमड़ती है और गोविंदाओं का आना-जाना लगा रहता है.
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