स्थानीय निवासी मनोहर आप्टे ने बताया, "हर सुबह और शाम पानी SCLR के नीचे सबवे से सड़क पर बहता रहता है.
बीएमसी ने एक बार पाइपलाइन की मरम्मत की थी, लेकिन समस्या अभी भी बनी हुई है. यह न केवल पानी की बर्बादी है बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है. बीएमसी को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए."
हालांकि, स्थानीय निवासियों ने अभी तक पानी की आपूर्ति में किसी तरह की गड़बड़ी या जल दूषित होने की शिकायत नहीं की है, लेकिन उन्हें डर है कि यदि इस समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो भविष्य में पीने के पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है.
एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा, "रिसाव के कारण भविष्य में दूषित पानी की आपूर्ति की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. यह सड़क कुर्ला रेलवे स्टेशन को विनोबा भावे नगर और विद्याविहार रेलवे स्टेशन से जोड़ती है, इसलिए यहां से बड़ी संख्या में पैदल यात्री गुजरते हैं."
नगर निगम के एल वार्ड अधिकारी धनजी हेरलेकर ने निवासियों की शिकायतों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "हमने पहले ही पीने योग्य पानी की लाइन में हुए रिसाव को ठीक कर दिया है.
वर्तमान समस्या स्टॉर्मवॉटर ड्रेन में रिसाव की है, जिसे ठीक करने के लिए मैंने अपनी टीम को निर्देश दे दिए हैं." हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी का बहाव अभी भी जारी है, जिससे समस्या के पूरी तरह हल होने पर संदेह बना हुआ है.
बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अब तक शहरभर में पीने योग्य पानी की पाइपलाइन लीक होने की 26,962 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं. इनमें से कुर्ला इलाके से ही 380 शिकायतें आई हैं, जो यह दर्शाती हैं कि इस क्षेत्र में पाइपलाइन से जुड़े मुद्दे गंभीर हैं.
स्थानीय निवासियों ने बीएमसी से इस समस्या को जल्द से जल्द हल करने की मांग की है, ताकि अनावश्यक जल बर्बादी रोकी जा सके और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी जोखिम से बचा जा सके.
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