वर्तमान में, मुंबई डिवीजन में 37 उपनगरीय और चार गैर-उपनगरीय स्टेशनों पर 344 एटीवीएम संचालित हो रहे हैं. (Story By: Rajendra B. Aklekar)
पश्चिमी रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार, इनमें से 117 एटीवीएम अपना कोडल लाइफ पूरा कर चुकी हैं, जिन्हें नई मशीनों से बदला जा रहा है. प्रतिस्थापन प्रक्रिया जारी है और कई स्टेशनों पर नई एटीवीएम पहले ही स्थापित कर दी गई हैं.
रेलवे ने यात्री अनुभव को बेहतर बनाने और भीड़ नियंत्रण के लिए प्रमुख स्टेशनों पर एटीवीएम सुविधाओं का विस्तार किया है.
उधना और सूरत जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त एटीवीएम जोड़ी जा रही हैं.
मुंबई डिवीजन आगामी वित्तीय वर्ष (2025-26) में 126 और नई एटीवीएम खरीदने की योजना बना रहा है. इस पहल से यात्रियों को लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी और टिकटिंग प्रणाली अधिक कुशल बनेगी.
इससे डिजिटल टिकटिंग प्रणाली को भी बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को बिना किसी बाधा के सफर का अनुभव मिलेगा.
एटीवीएम की संख्या बढ़ाने से रेलवे को डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
यात्रियों को काउंटरों पर लाइन में खड़े रहने की जरूरत नहीं होगी और वे खुद ही टिकट निकाल सकेंगे. यह रेलवे के स्मार्ट और कुशल प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम होगा.
पश्चिमी रेलवे का यह कदम यात्रियों को सुविधा प्रदान करने और टिकटिंग सिस्टम को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है.
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