इससे इलाके में पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई. पेड़ गिरने के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई. (Pics - Samiullah Khan)
इस घटना के कारण न केवल वाहनों की आवाजाही बाधित हुई, बल्कि इलाके में रहने वाले लोग भी परेशानी का सामना कर रहे थे.
मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान मौसम में आए अप्रत्याशित बदलाव के कारण आया था, जिसकी वजह से शहर के कई हिस्सों में तेज हवाएं और बारिश हुई.
विशेष रूप से पश्चिमी उपनगरों जैसे बोरीवली, कांदिवली, मलाड, अंधेरी, और बांद्रा में भारी बारिश हुई, जबकि पूर्वी उपनगरों और द्वीप शहर के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं और धूल भरी आंधी के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखी गई.
इस तूफान के कारण बोरीवली, कांदिवली, मलाड और बांद्रा जैसे इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं और यातायात में काफी रुकावटें आईं.
वहीं अंधेरी और ठाणे में भी कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंची और गिरें हुए पेड़ को हटाने के लिए काम शुरू किया. हालांकि, तूफान और बारिश की वजह से कई गाड़ियों को रास्ते में फंसे रहने की समस्या आई. सड़कों पर पानी भरने और पेड़ गिरने से ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कई घंटों तक यातायात प्रभावित रहा.
वहीं, मुंबई के अन्य इलाकों में भी मौसम में अचानक बदलाव के कारण हल्की बारिश और तेज हवाएं चलीं. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में और भी ऐसे तूफान आ सकते हैं, जिसके लिए शहरवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
मुंबईकरों को इस तूफान और बारिश ने याद दिलाया कि हालांकि मौसम के इस प्रकार के बदलाव से राहत मिलती है, लेकिन इससे होने वाली परेशानी भी कम नहीं होती. प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि आगामी तूफानों के लिए तैयारी पूरी की जाएगी ताकि जनता को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
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