Updated on: 26 August, 2025 09:55 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
युवक के दोस्तों का कहना है कि इससे पहले एक आवारा कुत्ते ने उसकी गाय को काट लिया था, जिसका बदला लेने के लिए वह कुत्ते को मारने गया था. कुत्ते ने उसे काट लिया.
प्रतीकात्मक छवि
हरिद्वार के कनखल क्षेत्र के आचार्य मोहल्ले में एक 30 वर्षीय युवक की रेबीज़ से मौत हो गई. युवक को करीब तीन महीने पहले एक कुत्ते ने काटा था, लेकिन उसने रेबीज़ रोधी टीका नहीं लगवाया था. युवक के दोस्तों का कहना है कि इससे पहले एक आवारा कुत्ते ने उसकी गाय को काट लिया था, जिसका बदला लेने के लिए वह कुत्ते को मारने गया था. कुत्ते ने उसे भी काट लिया. पहले गाय मर गई और अब युवक की भी जान चली गई. उधर, युवक के दोस्त चिंतित हैं. उनका कहना है कि वे इतने अच्छे दोस्त थे कि साथ बैठकर खाते-पीते थे.
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इलाके के लोगों ने बताया कि जब सौरभ के बेटे को कुत्ते ने काटा था, तो सभी ने उसे रेबीज़ रोधी टीका लगवाने की सलाह दी थी, लेकिन उसने टीका नहीं लगवाया. सौरभ के दोस्तों ने बताया कि चार दिन पहले उसकी गर्दन में अकड़न शुरू हुई थी. लेकिन कुत्ते के काटने के तीन महीने बीत जाने के कारण किसी ने ध्यान नहीं दिया कि ये रेबीज़ के लक्षण हो सकते हैं.
इसके बाद सौरभ की हालत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी. उसकी लार टपकने लगी. उसे पानी से भी डर लगने लगा. सौरभ को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर ने उसे हायर सेंटर ले जाने को कहा. इस पर सौरभ को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. दोस्तों के अनुसार, एम्स में सौरभ को रेबीज़ होने की पुष्टि हुई. इसके बाद, परिजन सौरभ को घर ले आए और सोमवार सुबह तड़के उसकी मौत हो गई.
सौरभ की मौत के बाद उसके दोस्त चिंतित हैं. वे सौरभ के साथ खाते-पीते थे. दोस्तों को चिंता है कि अगर उन्होंने सौरभ के साथ एक ही थाली में खाना खाया होता, तो शायद वे उसकी लार के संपर्क में आ जाते. दोस्तों का कहना है कि वे जल्द से जल्द एंटी-रेबीज़ वैक्सीन लगवाएँगे. सौरभ के दोस्त, जो रोज़ उसके साथ बैठकर खाना खाते थे, उदास चेहरों से बस एक ही बात कह रहे थे कि अगर सौरभ इंजेक्शन लेने के लिए मान जाता, तो आज उसकी माँ पर दुखों का इतना बड़ा पहाड़ न टूटता. सौरभ के दोस्त ने बताया कि वह भी इंजेक्शन लेकर आया था, लेकिन वह मना करता रहा और इंजेक्शन नहीं लगवाया. सौरभ शर्मा के घर से दूर खड़े युवाओं के चेहरों पर निराशा साफ़ ज़ाहिर कर रही थी कि वे अपने दोस्त के जाने से बेहद दुखी हैं. सौरभ के दोस्त निराश और हताश होकर एक-दूसरे से कह रहे थे, काश उसने हमारी बात मानकर टीका लगवा लिया होता.
सौरभ के साथ अक्सर रहने वाले शोभित ने बताया कि जैसे ही मुझे कुत्ते के काटने की जानकारी मिली, मैं उसके लिए इंजेक्शन लेकर आया. लेकिन सौरभ ने इंजेक्शन लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि सौरभ ने सामान्य शिक्षा प्राप्त की थी, लेकिन स्वभाव से थोड़ा डरपोक था. शोभित रुंधी हुई आवाज़ में कहता रहा कि काश सौरभ ने मेरी बात मान ली होती और आज हमारे बीच होता. दूसरे दोस्त उदास चेहरे के साथ कहते रहे कि हमारे दोस्त की ज़रा सी भी लापरवाही उसकी जान ले लेती. अगर हमें पहले पता होता, तो हम उसे इंजेक्शन लगवाने पर ज़ोर देते. रेबीज़ से मरने वाले सौरभ शर्मा को एक कुत्ते ने काट लिया था. बाद में सौरभ की गाय की भी मौत हो गई. इलाके के निवासियों का कहना है कि गाय के काटने से गुस्साए सौरभ कुत्ते को मारने गए थे. इस दौरान कुत्ते ने उन्हें भी काटकर घायल कर दिया.
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