Updated on: 12 July, 2025 11:05 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मंत्री संजय शिरसाट द्वारा आयकर विभाग से नोटिस मिलने और उनका वायरल वीडियो सामने आने के बाद, ठाकरे गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी.
X/Pics, Aaditya Thackeray
महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट को आयकर विभाग से मिले नोटिस के बाद उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में संजय शिरसाट अपने बेडरूम में बैठे हुए हैं और उनके बगल में एक बैग में नोटों के बंडल साफ दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में शिरसाट सिगरेट पीते हुए फोन पर बात कर रहे हैं, और उनके पास उनका पालतू कुत्ता भी नजर आ रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर हंगामा मचा रहा है और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा इस पर प्रतिक्रिया दी जा रही है.
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युवासेनाप्रमुख, शिवसेना नेते, आमदार आदित्य ठाकरे ह्यांनी आज विधानभवन परिसरात प्रसारमाध्यमांच्या प्रतिनिधींशी संवाद साधला.@AUThackeray pic.twitter.com/vwj6Yp2Xr4
— ShivSena - शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) July 11, 2025
संजय शिरसाट के इस वीडियो पर शिवसेना (ठाकरे गुट) के विधायक आदित्य ठाकरे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. आदित्य ठाकरे ने कहा, "हम पिछले ढाई साल से 50 बक्सों की बात कर रहे हैं, उनमें से एक आज देखा गया. एक विधायक लड़ रहा है, आज एक विधायक बक्से के सामने बैठा देखा गया." आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, "अब वे कहेंगे कि बैग में क्या था? शायद वे कहेंगे कि महात्मा गांधी की तस्वीर वाली एक बनियान थी, और उसमें कुछ और नहीं था."
आदित्य ठाकरे ने मंत्री संजय शिरसाट पर लगे पुराने आरोपों को भी ताजा किया. उन्होंने कहा, "वह एक मंत्री हैं, जिन पर पहले भी कई आरोप लगे हैं. होटल खरीदने की कोशिश और जमीन को छिपाने की कोशिश—ये सभी आरोप उन पर लगाए गए हैं. मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए हैं. अब सवाल यह है कि क्या इस गिरोह के सरगना भाषनाथ मिंडे पर कार्रवाई होगी?"
वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि संजय शिरसाट अपने बेडरूम में बैठे हैं, और बैग में नोटों के बंडल दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से फैल रहा है, और इसे लेकर विपक्षी दलों द्वारा मंत्री शिरसाट पर सवाल उठाए जा रहे हैं. यह मामला अब आयकर विभाग और अन्य जांच एजेंसियों की ओर से कार्रवाई के कगार पर पहुंच चुका है.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद संजय शिरसाट के खिलाफ जांच की प्रक्रिया और तेज होने की संभावना है. राजनीतिक विश्लेषक इसे राज्य में भ्रष्टाचार और राजनीतिक दबाव की एक नई परत के रूप में देख रहे हैं.
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