Updated on: 22 July, 2025 06:38 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए यह कदम उठाया है ताकि विमान सुचारू रूप से संचालित हो सकें.
एयर इंडिया विमान दुर्घटना की फाइल फोटो
एयर इंडिया ने अपने सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच के लॉकिंग सिस्टम का एहतियाती निरीक्षण पूरा कर लिया है. रॉयटर्स के अनुसार, एयरलाइन ने कहा कि निरीक्षण में कोई खराबी नहीं पाई गई. सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए यह कदम उठाया है ताकि विमान सुचारू रूप से संचालित हो सकें. एयर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने अपने सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच के लॉकिंग सिस्टम का एहतियाती निरीक्षण पूरा कर लिया है. एयरलाइन ने यह भी कहा कि निरीक्षण के दौरान उसे कोई खराबी नहीं मिली.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
अपने विमान का निरीक्षण एयर इंडिया ने तब किया है जब एएआईबी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा था कि अहमदाबाद एयर इंडिया दुर्घटना में विमान का ईंधन स्विच अचानक बंद हो गया था. एएआईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों विमानों के ईंधन कट-ऑफ स्विच कुछ ही सेकंड के अंतराल पर `रन` से `कट-ऑफ` में बदल गए थे. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में, जब एक पायलट दूसरे से पूछता है कि उसने इंजन क्यों बंद किया, तो दूसरा पायलट जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया. एयर इंडिया ने अपने बेड़े के सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच (FCS) के लॉकिंग तंत्र का एहतियाती निरीक्षण पूरा कर लिया है. एयरलाइन ने कहा कि उसने 14 जुलाई, 2025 को जारी DGCA के निर्देशों का पालन किया है. एयर इंडिया ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उक्त लॉकिंग तंत्र में कोई समस्या नहीं पाई गई. एयर इंडिया ने 12 जुलाई को स्वैच्छिक निरीक्षण शुरू किया था और इसे DGCA द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया. नियामक को इसकी जानकारी दे दी गई है. एयर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने अपने पूरे बोइंग 787 और बोइंग 737 बेड़े में ईंधन नियंत्रण स्विच (FCS) लॉकिंग तंत्र का एहतियाती निरीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, और "कोई समस्या नहीं पाई गई". यह निरीक्षण 12 जून को हुई दुर्घटना के बाद किया गया था. 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक इमारत से टकरा गया था. इस दुर्घटना में 260 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 19 लोग ज़मीन पर और 242 यात्री व चालक दल के सदस्य विमान में सवार थे.
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, "निरीक्षण के दौरान उपरोक्त लॉकिंग तंत्र में कोई समस्या नहीं पाई गई. डीजीसीए के निर्देश से पहले, एयर इंडिया ने 12 जुलाई को स्वैच्छिक निरीक्षण शुरू किया था और इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया था. नियामक को इसकी जानकारी दे दी गई है. एयर इंडिया यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है."
यह निरीक्षण पिछले महीने डीजीसीए द्वारा जारी एक निर्देश के बाद किया गया था. इस निर्देश के तहत, भारत में संचालित बोइंग और अन्य विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच सिस्टम के निरीक्षण का आदेश दिया गया था. एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर 15 पृष्ठों की प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इंजन को ईंधन की आपूर्ति करने वाले स्विच उड़ान भरने के एक सेकंड के भीतर ही बंद हो गए थे. यह दुखद दुर्घटना का मुख्य कारण था.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT