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सेना कमांडर ने की लद्दाख में सैनिकों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा

Updated on: 30 September, 2025 05:09 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

सेना की उत्तरी कमान ने सोमवार देर रात X को एक पोस्ट में कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने परिचालन तैयारियों की समीक्षा के लिए दौरा किया और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की.

लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हितेश भल्ला. चित्र/पीटीआई

लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हितेश भल्ला. चित्र/पीटीआई

सेना ने बताया है कि उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के विभिन्न अग्रिम इलाकों का दौरा कर परिचालन तैयारियों का जायजा लिया. 27 सितंबर को लेह पहुँचे सेना के उत्तरी कमान के कमांडर ने तैनात सैनिकों के उच्च मनोबल और दृढ़ प्रतिबद्धता की सराहना की. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सेना की उत्तरी कमान ने सोमवार देर रात X को एक पोस्ट में कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने परिचालन तैयारियों की समीक्षा के लिए सियाचिन ब्रिगेड, पूर्वी लद्दाख और काराकोरम दर्रे में तैनात इकाइयों का दौरा किया और सभी रैंकों के उच्च मनोबल और दृढ़ प्रतिबद्धता की प्रशंसा की.

रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया कि कमांडर ने सियाचिन बेस कैंप में राष्ट्रीय ध्वज प्रश्नोत्तरी विजेताओं से बातचीत की और उनकी राष्ट्रीय भावना और समर्पण की सराहना की. सेना ने बताया कि उन्होंने सियाचिन बेस कैंप में 7000 मीटर से अधिक ऊँची एक बेहद चुनौतीपूर्ण चोटी पर एक पर्वतारोहण अभियान को भी हरी झंडी दिखाई और उनके अदम्य साहस और पर्वतारोहण में एक नया मानक स्थापित करने के लिए उनकी सराहना की. 27 सितंबर को लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता से मुलाकात की और हिंसा प्रभावित लेह शहर की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. राजभवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में समग्र सुरक्षा परिदृश्य, क्षेत्र में उभरती चुनौतियों और शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए नागरिक प्रशासन और सशस्त्र बलों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर चर्चा हुई. बैठक में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयारी और तालमेल के महत्व पर ज़ोर दिया गया.


पुलिस ने सोमवार को बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के अलग-अलग मामलों में दो विदेशी नागरिकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हालिया अभियानों में उनके पास से 9.93 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बताया कि ये गिरफ्तारियाँ बेंगलुरु पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) की मादक पदार्थ शाखा ने पिछले 10 दिनों में की हैं.


केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को इथेनॉल मिश्रण के संबंध में अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर विवाद में पड़ने से इनकार कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनके फैसलों से परेशान एक शक्तिशाली आयात लॉबी का काम है.नागपुर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, मंत्री ने खुद की तुलना "फल देने वाले पेड़" से की और कहा, "मैं ऐसी आलोचनाओं का जवाब नहीं देता क्योंकि तब यह खबर बन जाती है. जिस पेड़ पर फल लगते हैं, लोग उसे पत्थर मारते हैं. बेहतर है कि हम इससे बचें."

पिछले हफ़्ते, गडकरी ने कहा था कि देश को अब इथेनॉल निर्यात के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य पूरा कर लिया है और उसे देश में अतिरिक्त उत्पादन बेचना चाहिए. "यह भारत के भविष्योन्मुखी विकास का समय है. हमें अपने आयात कम करने और निर्यात बढ़ाने की आवश्यकता है. जहाँ तक इथेनॉल के अधिशेष का सवाल है, अब देश की आवश्यकता है कि हम इथेनॉल का निर्यात करें," मंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित जैव ऊर्जा और प्रौद्योगिकी पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए कहा, जिसमें भारत के इथेनॉल उत्पादन पर प्रकाश डाला गया. देश में इथेनॉल उत्पादन 30 जून तक लगभग 1,822 करोड़ लीटर के वार्षिक उत्पादन तक पहुँच गया. सरकार का पेट्रोल के साथ इथेनॉल मिश्रण (ईबीपी) कार्यक्रम इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2025-26 के लिए 20 प्रतिशत मिश्रण लक्ष्य को पूरा करने के लिए उत्पादन में वृद्धि को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक उत्पादन मुख्य रूप से गुड़ (गन्ना-आधारित) और अनाज (मक्का, चावल) दोनों फीडस्टॉक पर निर्भर करता है. चालू ईएसवाई 2024-25 में, 31 जुलाई तक औसतन 19.05 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण प्राप्त किया गया. मंत्री ने इथेनॉल के क्षेत्र में ब्राज़ील की अग्रणी भूमिका पर प्रकाश डाला और इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने मक्का-आधारित इथेनॉल की सफलता का हवाला दिया, जिससे किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.


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