Updated on: 25 March, 2025 05:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उत्तर प्रदेश सरकार की `सेवा, सुरक्षा एवं सुशासन नीति` पर आधारित एक वृत्तचित्र भी प्रस्तुत किया गया है.
योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के 8 साल पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस मौके पर उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियों की पुस्तिका का विमोचन किया. उत्तर प्रदेश सरकार की `सेवा, सुरक्षा एवं सुशासन नीति` पर आधारित एक वृत्तचित्र भी प्रस्तुत किया गया है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी सरकार ने अपने 8 साल के कार्यकाल में गुंडाराज को खत्म कर दिया है. इस सरकार ने कानून व्यवस्था के लिए अब तक के सबसे बड़े और सख्त कदम उठाए हैं और इसका असर भी दिख रहा है.` 8 साल का डेटा भी इस बात का गवाह है कि कैसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने समाज को भयमुक्त बनाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं.
इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुठभेड़ों में 222 अपराधियों को मार गिराया और 8118 अपराधियों को घायल कर दिया. इस दौरान पुलिस ने 930 अपराधियों और 79,984 बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया. इसके अलावा, अपराधियों की वित्तीय स्थिति पर प्रहार करने के लिए 142 अरब रुपये की संपत्ति जब्त की गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शाही जामा मस्जिद समिति के अध्यक्ष जफर अली को पिछले साल नवंबर में संभल में हुई हिंसा के सिलसिले में रविवार को गिरफ्तार किया गया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना मस्जिद के कोर्ट के आदेश पर हुई थी. इससे पहले, अधिकारियों ने बताया था कि 24 नवंबर को हुई घटना के संबंध में बयान दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने अली को हिरासत में लिया था.
हिंसा से जुड़े कथित बाहरी फंडिंग के मामले पर ताहिर अली ने किसी भी तरह की वित्तीय मदद से साफ इनकार किया. उन्होंने कहा, "एक भी पैसा नहीं मिला है. हम इस केस को कोर्ट में लड़ेंगे और जीतेंगे." रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने आगे संभल प्रशासन पर शांति बहाल करने के बजाय अशांति भड़काने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया, "अधिकारी नहीं चाहते कि तनाव कम हो. हम शांति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यहां के सभी पुलिस अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारी और विवाद को और भड़का रहे हैं." ताहिर अली ने यह भी बताया कि जफर अली, मसूद फारूकी और कासिम एडवोकेट के साथ सोमवार को न्यायिक आयोग के समक्ष अपनी गवाही देने वाले थे.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT