Updated on: 26 May, 2025 04:44 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने दाहोद में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनकी अनुमानित लागत 24,000 करोड़ रुपये से अधिक है.
प्रधानमंत्री मोदी की दाहोद यात्रा के दौरान सड़कों पर तिरंगे झंडे लहराए गए. तस्वीर/पीटीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को गुजरात के दाहोद पहुंचे और उनके रोड शो और जनसभा के दौरान जनता ने तिरंगा लहराकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने दाहोद में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनकी अनुमानित लागत 24,000 करोड़ रुपये से अधिक है.
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रिपोर्ट के मुताबिक इन पहलों में कई रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई कई अन्य योजनाएं शामिल हैं. रैली में शामिल रीना पंचाल ने कहा, "एक महिला होने के नाते मैं कह सकती हूं कि केवल एक महिला ही सिंदूर की कीमत समझ सकती है. आतंकवादियों ने हमारी महिलाओं के सिंदूर को नष्ट कर दिया और उसके बाद हमारी सेना और पीएम मोदी ने उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब दिया."
भाजपा के एक अन्य समर्थक ने कहा, "दाहोद से उनका पुराना रिश्ता है. हम बहुत खुश हैं. यहां करीब 2000 महिलाएं पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एक जैसी साड़ी पहनकर आई हैं. हम ऑपरेशन सिंदूर के लिए पीएम मोदी को सलाम करते हैं." रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री को आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की मूर्ति भेंट कर सम्मानित किया. मोदी को स्थानीय महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित उपहार भी भेंट किए गए.
प्रधानमंत्री सोमवार से शुरू हुए गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहां वे कई उच्च-मूल्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक दाहोद में, उन्होंने भारतीय रेलवे के तहत एक लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र का शुभारंभ किया, जिसे घरेलू उपयोग और निर्यात दोनों के लिए 9000 एचपी इलेक्ट्रिक इंजनों का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस संयंत्र से भारतीय रेलवे की माल ढुलाई क्षमताओं में वृद्धि होने की उम्मीद है. पीएम मोदी ने इस सुविधा में निर्मित पहले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई.
बाद में, प्रधानमंत्री भुज का दौरा करने वाले हैं, जहां वे 53,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे और एक अन्य सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे. ऑपरेशन सिंदूर को एक रणनीतिक मिशन के रूप में लॉन्च किया गया था जिसका उद्देश्य नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के भीतर आतंकवादी ढांचे को खत्म करना था. बहु-एजेंसी खुफिया जानकारी के आधार पर, नौ प्रमुख शिविरों की पहचान की गई और अभियान में उन्हें सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया.
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