Updated on: 27 May, 2025 09:20 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
हर्षवर्धन सपकाल ने भाजपा गठबंधन और बीएमसी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए, कहा- नालों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये बर्बाद हुए और मुंबई की सड़कें जलमग्न हो गईं.
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मुंबई में पहली भारी बारिश ने महाराष्ट्र सरकार और नगर निगम प्रशासन की नाकामी और भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है. बारिश के कारण शहर की सड़कें, रेलवे ट्रैक, मेट्रो स्टेशन, हाउसिंग सोसाइटियाँ, और अस्पताल जलमग्न हो गए. इस भीषण जलभराव के कारण मुंबईवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने इस स्थिति के लिए नगर निगम और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि नालों की सफाई और मानसून से पहले के कार्यों पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर पानी भर जाता है और शहर की हालत खराब हो जाती है.
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पहिल्याच पावसात मुंबई तुंबली आणि भ्रष्टाचार पाण्यावर तरंगायला लागला. pic.twitter.com/3qMHzERAkB
— Harshwardhan Sapkal (@INCHarshsapkal) May 26, 2025
हर्षवर्धन सपकाल ने भाजपा गठबंधन सरकार और बीएमसी प्रशासन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पहली भारी बारिश ही थी, जिसने मुंबई की सड़कों को तालाब में बदल दिया. मुंबई के विभिन्न इलाकों में जलभराव ने आम जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया और नागरिकों को काम पर जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उन्होंने सवाल उठाया कि बीएमसी और राज्य सरकार द्वारा खर्च किए गए करोड़ों रुपये आखिरकार कहां जाते हैं, जब नालों की सफाई और मानसून से पहले के कार्य पूरी तरह से विफल हो जाते हैं.
सपकाल ने कहा कि मुंबई की सड़कें और रेलवे पटरियां जलमग्न हो जाने के बाद भाजपा और शिंदे सेना के गठबंधन की भ्रष्ट नीति साफ तौर पर सामने आ गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस भ्रष्ट गठबंधन ने नालों की सफाई के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन परिणाम स्वरूप सड़कें जलमग्न हो गईं. उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदारों और सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने जनता के पैसों से अपनी जेबें भरने का काम किया है.
बीएमसी ने 2025-26 के लिए 74,427 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया है, जो पिछले वर्ष के बजट से 14.19% अधिक है. इस बजट में सड़क और परिवहन विभाग के लिए 5100 करोड़ रुपये और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 5,545 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके बावजूद, 2024 में नालों की सफाई पर 249.27 करोड़ रुपये और 2025 में 395 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद नालों की सफाई नहीं हो पाई.
हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि इस भ्रष्ट गठबंधन के कारण मुंबईकरों का पैसा बर्बाद हो रहा है और जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी चुनावों में मुंबईवासी इस भ्रष्ट गिरोह को अपनी सज़ा देंगे.
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