Updated on: 19 August, 2025 11:30 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंत्रालय स्थित राज्य आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का दौरा कर भारी बारिश से बने हालात की समीक्षा की.
X/Pics, Ajit Pawar
महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. मुंबई और आसपास के इलाकों में जलभराव और यातायात अव्यवस्था की खबरों के बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंत्रालय स्थित राज्य आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का दौरा किया. उन्होंने हालात का बारीकी से जायजा लेते हुए अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की.
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अजीत पवार ने नियंत्रण कक्ष से मुंबई महानगरपालिका, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साधा. उन्होंने सभी विभागों को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. खासतौर पर जलभराव वाले इलाकों, स्कूलों और अस्पतालों के आसपास सुरक्षा और सुविधा बनाए रखने पर जोर दिया गया.
राज्य आपत्कालीन नियंत्रण कक्षात जाऊन मुंबई शहर आणि परिसर तसंच राज्यातील इतर भागात मुसळधार पावसामुळे उद्भवलेल्या परिस्थितीची माहिती घेतली आणि आवश्यक त्या सूचना केल्या.
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) August 19, 2025
?मंत्रालय, मुंबई pic.twitter.com/RZdTvbcfU5
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि जब तक बहुत आवश्यक न हो, तब तक घर से बाहर निकलने से बचें. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के दौरान सड़कों पर पानी भरने और यातायात ठप होने की आशंका अधिक रहती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है. पवार ने यह भी कहा कि सरकार और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हैं और जरूरतमंदों को हर संभव मदद दी जाएगी.
मुंबई में बीते दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं. लोकल ट्रेन और बस सेवाओं पर भी इसका असर पड़ा है. कई स्कूल और दफ्तरों को एहतियातन बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया है.
अजीत पवार ने संबंधित एजेंसियों को यह भी निर्देश दिया कि राहत शिविरों की व्यवस्था पहले से तैयार रखें और हेल्पलाइन नंबरों को सक्रिय रखें ताकि लोग किसी भी आपात स्थिति में तुरंत संपर्क कर सकें. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से निपटने में जनता का सहयोग भी उतना ही जरूरी है, जितना प्रशासन की तैयारी.
उपमुख्यमंत्री के इस दौरे से साफ संदेश गया है कि सरकार हालात पर पैनी नजर रखे हुए है और बारिश से प्रभावित नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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