Updated on: 02 October, 2025 09:51 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह समझौता भारत और चीन में निर्दिष्ट स्थानों को जोड़ने वाली सीधी हवाई सेवाओं को शुरू करने की अनुमति देता है.
फ़ाइल तस्वीर
भारत और चीन के नागरिक उड्डयन अधिकारियों के बीच हवाई संपर्क बहाल करने और हवाई सेवा समझौते को अद्यतन करने पर तकनीकी स्तर की चर्चा के बाद, अक्टूबर के अंत तक सीधी उड़ानें फिर से शुरू होने वाली हैं. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह समझौता भारत और चीन में निर्दिष्ट स्थानों को जोड़ने वाली सीधी हवाई सेवाओं को शीतकालीन कार्यक्रम के अनुसार इस महीने के अंत में फिर से शुरू करने की अनुमति देता है. संचालन निर्दिष्ट वाहकों द्वारा व्यावसायिक निर्णयों और सभी परिचालन आवश्यकताओं की पूर्ति के अधीन होगा.
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रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है, "इस साल की शुरुआत से, भारत और चीन के बीच संबंधों को धीरे-धीरे सामान्य बनाने की दिशा में सरकार के दृष्टिकोण के तहत, दोनों देशों के नागरिक उड्डयन अधिकारी सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने और एक संशोधित हवाई सेवा समझौते को अंतिम रूप देने पर चर्चा कर रहे हैं."
उड़ानों के फिर से शुरू होने से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिलने, व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और दोनों पड़ोसियों के बीच द्विपक्षीय आदान-प्रदान के धीरे-धीरे सामान्य होने में मदद मिलने की उम्मीद है. रिपोर्ट के अनुसार इससे दोनों देशों के बीच यात्रा करने वाले छात्रों, पर्यटकों और पेशेवरों को विशेष रूप से लाभ होगा. कई वर्षों तक, यात्रियों को दोनों देशों के बीच अप्रत्यक्ष मार्गों या लंबी यात्रा अवधि के ज़रिए आना-जाना पड़ता था. 2017 के डोकलाम गतिरोध के बाद भारत और चीन के बीच उड़ानें निलंबित कर दी गई थीं और कोविड-19 महामारी के कारण अंतर्राष्ट्रीय यात्रा पर भी इसका असर पड़ा. मई-जून 2020 में गलवान गतिरोध के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और बिगड़ गए. मौजूदा समझौता लंबे समय तक तनाव के बाद संबंधों में आई नरमी और सामान्यीकरण के नए प्रयासों का संकेत देता है.
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अगस्त में भारत का दौरा किया और अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ बातचीत की. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पक्षों ने बैठक के दौरान जल्द से जल्द सीधी उड़ान संपर्क फिर से शुरू करने और एक अद्यतन हवाई सेवा समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की. उन्होंने दोनों दिशाओं से आने वाले पर्यटकों, व्यापारिक यात्रियों, मीडिया कर्मियों और अन्य आगंतुकों के लिए वीज़ा की सुविधा पर भी चर्चा की. चीनी विदेश मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सीमा प्रश्न पर विशेष प्रतिनिधियों की 24वें दौर की वार्ता की सह-अध्यक्षता भी की और अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत और चीन के बीच स्थिर, विश्वसनीय और रचनात्मक संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति एवं समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देंगे. उन्होंने दीर्घकालिक द्विपक्षीय स्थिरता के लिए मज़बूत जन-जन संपर्क और आर्थिक आदान-प्रदान के महत्व पर भी प्रकाश डाला.
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