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भारतीय सेना ने शुरू किया ऑपरेशन नादेर, त्राल में हुई भारी गोलीबारी

Updated on: 15 May, 2025 05:36 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी. भीषण गोलीबारी हुई और अभियान अभी भी जारी है.

तस्वीर/पीटीआई

तस्वीर/पीटीआई

विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर, भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने गुरुवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा के त्राल के नादेर इलाके में एक संयुक्त अभियान शुरू किया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी. भीषण गोलीबारी हुई और अभियान अभी भी जारी है.

रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना के चिनार कोर ने `ऑपरेशन नादेर` के बारे में जानकारी दी. एक्स पोस्ट में लिखा है, "15 मई 2025 को, अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर, भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा नादेर, त्राल, अवंतीपोरा में एक कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी और भीषण गोलीबारी हुई. ऑपरेशन जारी है".


इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है. मंगलवार को भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ संयुक्त अभियान में मुठभेड़ के बाद लश्कर-ए-तैयबा/द रेजिस्टेंस फ्रंट (एलईटी/टीआरएफ) के स्थानीय कमांडर समेत तीन आतंकियों को ढेर कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एके सीरीज की राइफलें, भारी मात्रा में गोला-बारूद, ग्रेनेड और युद्ध से संबंधित अन्य सामान बरामद किया. एक्स पर एक पोस्ट में, भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (ADG PI) ने कहा, "जम्मू और कश्मीर के शोपियां जिले के केलर जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर, 13 मई 2025 को भारतीय सेना, जम्मू पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप एक गहन मुठभेड़ के बाद लश्कर/टीआरएफ के स्थानीय कमांडर सहित तीन कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया गया. यह अभियान भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में शानदार सफलता हासिल करने के तुरंत बाद शुरू हुआ है, जिसमें सटीक हमलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया और पाकिस्तान के प्रमुख ठिकानों पर लगभग 100 आतंकी गुर्गों को खत्म कर दिया. लक्ष्यों में जैश का मुख्यालय भवालपुर और लश्कर का एक प्रमुख प्रशिक्षण अड्डा मुरीदके शामिल थे.


विशेष रूप से, प्रतिरोध मोर्चा (TRF) समूह जम्मू और कश्मीर में विद्रोह में सक्रिय रूप से शामिल है और इसे भारत में एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक माना जाता है कि यह संगठन जम्मू और कश्मीर में उग्रवाद में सक्रिय रूप से शामिल है. लश्कर-ए-तैयबा का एक हिस्सा, जो पाकिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूह है. टीआरएफ ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.


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