Updated on: 18 July, 2025 04:39 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विधानसभा में अपनी मुखर उपस्थिति के लिए जाने जाने वाले आव्हाड ने पुलिस द्वारा अपने समर्थक नितिन देशमुख को ले जाने के बाद लगभग 2 बजे आक्रामक धरना शुरू कर दिया.
जितेंद्र आव्हाड. तस्वीर/X
एनसीपी (सपा) विधायक जितेंद्र आव्हाड को शुक्रवार तड़के पुलिस ने घसीट लिया. आव्हाड अपने समर्थक की हिरासत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. एक दिन पहले भवन में हुई हाथापाई के दौरान भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की थी. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विधानसभा में अपनी मुखर उपस्थिति के लिए जाने जाने वाले आव्हाड ने पुलिस द्वारा अपने समर्थक नितिन देशमुख को ले जाने के बाद लगभग 2 बजे विधान भवन परिसर के पिछले गेट के पास आक्रामक धरना शुरू कर दिया.
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रिपोर्ट के मुताबिक विधायक ने पुलिस वाहन को रोककर देशमुख की रिहाई की मांग की और कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "यह सरासर पक्षपात है. मेरे समर्थक, जिसे पीटा गया था, को गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि पडलकर के उन पांच लोगों, जिन्होंने उन पर हमला किया था, को पुलिस संरक्षण दे रही है."
आव्हाड ने आरोप लगाया, "गुरुवार को हुई हाथापाई के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के समर्थकों को हिरासत में ले लिया. विधानसभा अध्यक्ष ने मुझसे कहा था कि सदन की दैनिक कार्यवाही समाप्त होने के बाद, वह पुलिस को मेरे समर्थकों को रिहा करने का निर्देश देंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. पडलकर के समर्थकों को पुलिस वड़ा पाव और तंबाकू परोस रही है." रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को विधान भवन में हुई हाथापाई में कथित तौर पर देशमुख और पडलकर के सहयोगी ऋषिकेश टाकले शामिल थे.
देर रात विधानमंडल के बाहर स्थिति बिगड़ने पर आव्हाड और उनके समर्थकों ने देशमुख को हिरासत में लेने से रोकने की कोशिश की. रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिस ने आव्हाड को पुलिस वाहन से अलग करने के लिए बल प्रयोग किया और उन्हें सड़क से घसीटकर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया.
रात के इस ड्रामे में एक नया मोड़ तब आया जब पुलिस ने कथित तौर पर देशमुख को दूसरे वाहन से चुपचाप ले जाने की कोशिश की, लेकिन आव्हाड ने इस हरकत को देख लिया और अधिकारियों से फिर भिड़ गए. आधी रात के बाद एनसीपी (सपा) विधायक रोहित पवार भी घटनास्थल पर मौजूद थे. गुरुवार को विधान भवन लॉबी में पडलकर और आव्हाड के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई. दोनों समूहों के एक-दूसरे पर हमला करने और सुरक्षाकर्मियों द्वारा उन्हें घसीटकर वापस ले जाने के चौंकाने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. यह विवाद बुधवार को विधानसभा भवन के बाहर एक बहस से शुरू हुआ, जिसमें दोनों विधायकों और उनके समर्थकों के बीच गाली-गलौज हुई.
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