Updated on: 29 March, 2025 11:59 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमारे पास निर्माणाधीन पांच सेमीकंडक्टर इकाइयां हैं और जल्द ही हमारी पहली भारतीय चिप रोलआउट होगी, जिसमें दूरसंचार विनिर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत जल्द ही नई इकाइयों के साथ अपनी पहली घरेलू चिप लॉन्च करेगा.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि भारत जल्द ही अपनी पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप लॉन्च करने के लिए तैयार है, क्योंकि देश में वर्तमान में पांच सेमीकंडक्टर इकाइयां निर्माणाधीन हैं. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमारे पास निर्माणाधीन पांच सेमीकंडक्टर इकाइयां हैं और जल्द ही हमारी पहली भारतीय चिप रोलआउट होगी, जिसमें दूरसंचार विनिर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.
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रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री ने कहा कि प्रतिबंधात्मक कानूनों के कारण भारत पिछले अवसरों से चूक गया था, लेकिन हाल के सुधारों ने तेजी से विकास के द्वार खोल दिए हैं. उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति का श्रेय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित एक स्पष्ट नीति ढांचे को दिया, जो चार प्रमुख स्तंभों पर आधारित है. उन्होंने कहा, "पहला है बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक निवेश, जहां सरकार सामाजिक, डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचे में लगभग 11 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. परिणामस्वरूप, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G बाजार बन गया है और भारतीय रेलवे इस साल 1.6 बिलियन टन परिवहन करते हुए दूसरा सबसे बड़ा वाहक बनने के लिए तैयार है."
मंत्री ने विनिर्माण में वृद्धि के रूप में दूसरे बिंदु पर जोर दिया, उन्होंने दोहराया कि भारत ने पहले सख्त नियमों के कारण विनिर्माण के अवसरों को खो दिया था, लेकिन सुधारों ने इस क्षेत्र को फलने-फूलने में सक्षम बनाया है. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "हमारे देश ने अतीत में अवरोधक कानूनों के कारण अवसरों को खो दिया, लेकिन अब बदलाव हो रहा है". उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार ने समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे लगभग 80 करोड़ लोगों को लाभ हुआ है.
घरेलू स्वच्छता जैसी पहलों ने जीवन को बदल दिया है, जिसमें 13 करोड़ लोगों को शौचालय की सुविधा मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री ने कानूनी और आर्थिक सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि सरकार ने आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के लिए तीन नए कानून पेश किए हैं-जिसे आजादी के बाद सबसे महत्वपूर्ण कानूनी सुधार माना जाता है. वैष्णव ने विश्वास व्यक्त किया कि ये पहल भारत को आने वाले वर्षों में 6-8 प्रतिशत की विकास दर बनाए रखने में सक्षम बनाएगी.
उन्होंने कहा, "संख्याएँ खुद ही बोलती हैं, जिससे यह निवेश करने का सही समय है, प्रौद्योगिकी और उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करना." निरंतर बुनियादी ढाँचे के विकास, संपन्न इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार विनिर्माण और नीति सुधारों के माध्यम से, भारत खुद को एक वैश्विक प्रौद्योगिकी और आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है.
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