Updated on: 18 November, 2023 03:42 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
वायु प्रदूषण: भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में वायु गुणवत्ता शनिवार को मध्यम श्रेणी में रही. निगरानी एजेंसियों के मुताबिक दोपहर एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 153 दर्ज किया गया. वहीं, वायु-गुणवत्ता की निगरानी में विशेषज्ञता रखने वाली स्विस कंपनी IQ Air के अनुसार, शनिवार को बगदाद के बाद दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर था.
प्रतिकात्मक तस्वीर
वायु प्रदूषण: भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में वायु गुणवत्ता शनिवार को मध्यम श्रेणी में रही. निगरानी एजेंसियों के मुताबिक दोपहर एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 153 दर्ज किया गया. इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी हवा की क्वालिटी में रात भर में सुधार हुआ, लेकिन निगरानी एजेंसियों के अनुसार यह अभी भी "बहुत खराब" श्रेणी में है. वायु-गुणवत्ता की निगरानी में विशेषज्ञता रखने वाली स्विस कंपनी IQ Air के अनुसार, शनिवार को बगदाद के बाद दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर था.
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शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 9 बजे 339 था, जो शुक्रवार शाम 4 बजे 405 पहुंच गया. 24 घंटे में औसत एक्यूआई शाम 4 बजे दर्ज किया गया, जो गुरुवार को 419 था. बुधवार को यह 401, मंगलवार को 397, सोमवार को 358, रविवार को 218, शनिवार को 220 और शुक्रवार को 279 था.
पिछले हफ्ते वायु गुणवत्ता का श्रेय बारिश को दिया गया. दिवाली की रात जमकर पटाखे फोड़े जाने और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं फिर से बढ़ने के कारण अगले दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया.
इसके अलावा पड़ोसी गाजियाबाद (274), गुरुग्राम (346), ग्रेटर नोएडा (258), नोएडा (285) और फरीदाबाद (328) में भी वायु गुणवत्ता "बहुत खराब" से "गंभीर" दर्ज की गई. दिल्ली सरकार और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के हालिया निष्कर्षों से पता चला है कि शुक्रवार को राजधानी के वायु प्रदूषण में 45 प्रतिशत गंदगी वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण से था.
माध्यमिक अकार्बनिक एरोसोल - सल्फेट और नाइट्रेट जैसे कण जो बिजली संयंत्रों, रिफाइनरियों और वाहनों जैसे स्रोतों से गैसों और कण प्रदूषकों की परस्पर क्रिया के कारण वायुमंडल में बनते हैं. दिल्ली की गंदी हवा में दूसरा प्रमुख कारण है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा कि 21 नवंबर से हवा की गति में सुधार से वायु प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है.
निर्माण कार्य और राष्ट्रीय राजधानी में डीजल खपत वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित शहर सरकार द्वारा कड़े कदम उठाने के बावजूद पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने पहले केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के अंतिम चरण - ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत निर्माण कार्य और राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित कड़े कदम उठाने की बात कही थी.
पीटीआई के अनुसार दिल्ली सरकार ने राजधानी में जीआरएपी में उल्लिखित उपायों का सख्ती से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को छह सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया. दिल्ली के विशेष सचिव (पर्यावरण) एसटीएफ का नेतृत्व करेंगे, जिसके सदस्यों में परिवहन, यातायात, राजस्व, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
आपको बता दें शून्य और 50 के बीच एक AQI को "अच्छा", 51 और 100 के बीच "संतोषजनक", 101 और 200 के बीच "मध्यम", 201 और 300 के बीच "खराब", 301 और 400 के बीच "बहुत खराब", 401 और 450 के बीच "गंभीर" और 450 से ऊपर "गंभीर प्लस" माना जाता है.
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