Updated on: 19 May, 2025 07:55 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आरोपी की पहचान तारिफ के रूप में हुई है, जो ताउरू पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कंगरका गांव का रहने वाला है.
प्रतीकात्मक छवि
हरियाणा के नूंह में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. खुफिया एजेंसियों ने एक और पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. जासूसी के आरोप में नूंह में दो दिनों में यह दूसरी गिरफ्तारी है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी की पहचान तारिफ के रूप में हुई है, जो ताउरू पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कंगरका गांव का रहने वाला है. ताउरू पुलिस ने पाकिस्तानी दूतावास के दो कर्मचारियों समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है. यह गिरफ्तारी दो दिन पहले राजाका गांव से अरमान की गिरफ्तारी के बाद हुई है.
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रिपोर्ट के मुताबिक नूंह पुलिस ने आरोपी मोहम्मद तारिफ, पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलूच और जाफर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 और देशद्रोह से संबंधित धाराओं के तहत आरोप दर्ज किए हैं. गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश किया गया है और आगे की पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
अपनी गिरफ़्तारी के बाद एक वीडियो में तारिफ़ ने पाकिस्तान की कई यात्राओं और पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत की बात स्वीकार की, जिसमें उन्हें सिम कार्ड मुहैया कराना भी शामिल है. रिपोर्ट के अनुसार उसने एक पाकिस्तानी अधिकारी के साथ बातचीत करने की बात भी कबूल की, जिसने कथित तौर पर उससे पैसे लिए और संवेदनशील जानकारी मांगी.
उसने दावा किया, "मैं 2018 में अपने वीज़ा के लिए पाकिस्तान दूतावास गया था. एक पाकिस्तानी अधिकारी ने मेरा इंटरव्यू लिया. उसने मेरा नंबर लिया और कहा कि वह फ़ोन पर बाकी जानकारी बताएगा. उसने मुझे तीन-चार दिन बाद फ़ोन किया और कहा, अगर तुम्हें वीज़ा चाहिए तो मुझे दो नए सिम दे दो. मैंने नूह से दो नए सिम खरीदे और फिर मैं पाकिस्तान दूतावास गया और उस अधिकारी से मिला. सिम देने के बाद उसने मुझे वीज़ा जारी कर दिया". उसने आगे कहा, "फिर मैं पाकिस्तान चला गया. जब मैं पाकिस्तान से लौटा, तो उसने मुझे फिर से फ़ोन किया. उसने कहा कि अगर हम कुछ ऐसे लोगों को भेजते हैं जिन्हें पाकिस्तानी वीज़ा की ज़रूरत है तो हम पैसे आपस में बाँट लेंगे. फिर मैंने वीज़ा के लिए 8-10 लोगों को उसके पास भेजा. हमने पैसे आपस में बाँट लिए". उन्होंने आगे दावा किया, "उसने मुझे 2024 में फोन किया और कहा कि तुम्हें यहां काम है, पाकिस्तान दूतावास में आ जाओ. फिर उसने मुझे जफर नाम के एक अन्य अधिकारी से मिलवाया और कहा कि मेरा जल्द ही तबादला हो सकता है, इसलिए उससे संपर्क करो. फिर जफर ने मेरा नंबर लिया और कुछ दिनों बाद मुझसे संपर्क किया. उसने मुझे दो नए सिम लेने के लिए भी कहा. फिर उसने मुझे फोन किया और कहा कि तुम्हें हमारे लिए कुछ करना होगा और हम तुम्हें लाखों में देंगे. उसने मुझे सिरसा एयरबेस जाकर तस्वीरें और वीडियो क्लिक करके उन्हें भेजने के लिए कहा." पिछले कुछ दिनों में हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा सहित कई लोगों को कथित तौर पर संवेदनशील जानकारी साझा करने और एक पाकिस्तानी नागरिक के साथ लगातार संपर्क में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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