Updated on: 15 April, 2024 07:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने घोषणा की है कि तेहरान जल्द ही भारतीय अधिकारियों को अपने 17 लोगों से मिलने की अनुमति देगा.
एस जयशंकर (फाइल फोटो)
ईरान ने इजरायली अरबपति का मालवाहक जहाज जब्त कर लिया. जहाज में 17 भारतीय भी थे. इन लोगों के सुरक्षित आगमन के लिए विदेश मंत्री जयशंकर ने कल अपने ईरानी समकक्ष से बात की. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने घोषणा की है कि तेहरान जल्द ही भारतीय अधिकारियों को अपने 17 लोगों से मिलने की अनुमति देगा. दरअसल, ईरान की नौसेना ने हाल ही में इजरायली अरबपति इयान ओफर के एक मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया है. जहाज में 17 भारतीय भी थे. इन लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए कल भारतीय विदेश मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री से बातचीत की.
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ईरानी नौसेना ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास ओमान की खाड़ी में भारत की ओर जा रहे एक इजरायली अरबपति के जहाज को जब्त कर लिया. जहाज में 17 भारतीय भी थे. इजरायली जहाज पर पहले हेलीकॉप्टरों से हमला किया गया और फिर ईरानी नौसेना ने कब्जा कर लिया, जहाज, एमएससी एरीज़ को आखिरी बार पिछले शुक्रवार को दुबई से होर्मुज की ओर जाते हुए देखा गया था. बताया जाता है कि जहाज ने अपना ट्रैकिंग डेटा बंद कर दिया है. क्षेत्र से गुजरने वाले इजरायली जहाजों द्वारा अक्सर ट्रैकिंग डेटा बंद कर दिया जाता है.
विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर ने रविवार रात ईरान के विदेश मंत्री एच. अमिरदोल्लाहियन और इजरायली विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने फोन पर बात की. रविवार शाम को हुई बातचीत में ईरान-इजराइल संघर्ष से उपजे हालात पर चर्चा हुई. इस बीच ईरान द्वारा पकड़े गए जहाज पर मौजूद 17 भारतीयों की सुरक्षित वापसी को लेकर भी चर्चा हुई. साथ ही तेहरान से मदद की गुहार भी लगाई थी. अब एक दिन बाद ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जब्त मालवाहक जहाज से संबंधित विवरण पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत सरकार के प्रतिनिधियों की टीम के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी.
इजरायल ने 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के राजनयिक मिशन पर हवाई हमला किया था. हमले में दो शीर्ष ईरानी कमांडर मारे गए. इसके जवाब में ईरान ने शनिवार देर रात इजराइल पर 330 मिसाइलें दागीं. इस दौरान ड्रोन हमले भी किए गए. ईरान के विदेश मंत्री ने गाजा में युद्ध के साथ-साथ फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायल की आक्रामकता को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित अंतरराष्ट्रीय निकायों के माध्यम से भारत की निरंतर भूमिका का आह्वान किया. उन्होंने गाजा में स्थायी युद्धविराम और भूमध्यसागरीय तट से लाल सागर तक क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की ईरान की मांग दोहराई.
इससे पहले जयशंकर ने कहा था कि सबसे अहम मुद्दा तनाव कम करना है. उन्होंने रविवार को कहा कि उन्होंने ईरान और इज़राइल में अपने समकक्षों से बात की है और पश्चिम एशिया में दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के बारे में अपनी चिंताओं को साझा किया है. जयशंकर ने ईरानी विदेश मंत्री से फोन पर बातचीत के दौरान एमएससी एरीज़ विमान में फंसे 17 क्रू सदस्यों का मुद्दा उठाया. विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के विदेश मंत्री एच. से मुलाकात की. अमीराब्दुल्लाहियन से बात हुई है. एमएससी एरीज़ के 17 भारतीय क्रू सदस्यों की रिहाई पर चर्चा की. क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की गयी. इस बीच, दोनों देशों को तनाव बढ़ाने से बचना चाहिए, संयम बरतना चाहिए और कूटनीति की ओर लौटना चाहिए.
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