Updated on: 28 July, 2025 06:41 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि हमारे सैनिकों ने आतंकवादियों के गढ़ों में घुसकर बदला लिया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान बोलते हुए. तस्वीर/पीटीआई
सोमवार को संसद में अपने जोरदार संबोधन में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की सराहना की और इसे आतंकवाद के खिलाफ एक त्वरित और निर्णायक प्रहार बताया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि हमारे सैनिकों ने आतंकवादियों के गढ़ों में घुसकर बदला लिया. उन्होंने आगे कहा, "सिंदूर की यह लाली बहादुरी की कहानी है." रक्षा मंत्री के अनुसार, इस ऑपरेशन ने मात्र 22 मिनट के भीतर 100 से ज़्यादा आतंकवादियों, उनके आकाओं और प्रशिक्षकों को ढेर कर दिया और प्रमुख आतंकी ठिकानों पर सटीक निशाना साधा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तानी दबाव में इस अभियान में कोई देरी या समझौता नहीं हुआ और यह तब तक जारी रहा जब तक कि सभी लक्ष्य हासिल नहीं हो गए. बहुप्रतीक्षित बहस तीन बार स्थगित हुई क्योंकि विपक्ष ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मतदाता सत्यापन अभियान पर ज़ोरदार आपत्ति जताई, क्योंकि उनका दावा है कि इससे हाशिए पर पड़े समूह मताधिकार से वंचित हो सकते हैं. बार-बार स्थगित होने के बाद, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा आखिरकार दोपहर 2.05 बजे शुरू हुई.
अपने भाषण के दौरान, राजनाथ सिंह ने कहा कि यह अभियान क्षेत्रीय लाभ के लिए नहीं, बल्कि आतंकवादी ढाँचे को ध्वस्त करने के लिए था. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "इसका उद्देश्य ज़मीन पर कब्ज़ा करना नहीं था, बल्कि उन लोगों को नष्ट करना था जो लंबे समय से भारत पर युद्ध छेड़ने के लिए शरण लिए हुए थे." सिंह ने अभियान में तीनों सेनाओं के समन्वय पर भी प्रकाश डाला: नौसेना ने उत्तरी अरब सागर में अपनी उपस्थिति मजबूत की, जबकि वायु सेना ने मुरीदके और बहावलपुर में ठिकानों पर हमले किए.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह अभियान आत्मरक्षा में चलाया गया था, जिससे तनाव बढ़ने के पाकिस्तान के दावों का खंडन होता है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने इलेक्ट्रॉनिक युद्धक उपकरणों का इस्तेमाल किया और हमारे हवाई अड्डों पर हमला किया - लेकिन हमने हर कोशिश को नाकाम कर दिया." सरकार ने इस अभियान को एक सुरक्षा सफलता बताया, लेकिन सदन में तनाव बना रहा.
विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा से पहले बिहार एसआईआर अभियान पर चर्चा की माँग जारी रखी, और चुनावी ईमानदारी और रणनीतिक नीति पर बढ़ते राजनीतिक मतभेदों को उजागर किया. ऑपरेशन सिंदूर पर मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में 16-16 घंटे तक बहस जारी रहेगी. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और संभावित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे प्रमुख लोगों के बोलने की उम्मीद है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT