Updated on: 06 June, 2024 07:23 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पुणे में पोर्श कार हादसे में अब तक आरोपी पर बालिग की तरह केस चलाए जाने की मांग को लेकर काफी विवाद हो रहा है. इस बीच आरोपी के ब्लड सेंपल रिपोर्ट के लिए भेजे गए थे, जिससे लैब में डॉक्टरों की निगरानी में छेड़ा गया.
पुणे में हुए एक्सीडेंट की पोर्श कार
पुणे में पोर्श कार हादसे में अब तक आरोपी पर बालिग की तरह केस चलाए जाने की मांग को लेकर काफी विवाद हो रहा है. इस बीच आरोपी के ब्लड सेंपल रिपोर्ट के लिए भेजे गए थे, जिससे लैब में डॉक्टरों की निगरानी में छेड़ा गया. हालांकि अब बात साफ हो गई है कि आरोपी के नमूनों को बदलने के लिए मां के खून का इस्तेमाल हुआ था. एसीपी सुनील तांबे ने मंगलवार को विशेष अदालत में यह जानकारी कोर्ट को दी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
एसीपी सुनील तांबे ने बताया फॉरेंसक लैब में शिवानी अग्रवाल के खून से नूमोंका इस्तेमाल कर किशोर आरोपी बेटे के रिपोर्ट निकाले गए थे एफएसएल रिपोर्ट पर जोर देते हुए तांबे ने विशेषज्ञों से परामर्श करने और उन घटनाओं का पता लगने का अनुरोध किया था. नाबालिग आरोपी के माता पिता की हिरासत को 10 जून तक बढ़ा दिया गया. किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग की सुधार गृह हिरासत को 12 जून तक बढ़ा दिया है.
पुणे के बिल्डर विशाल अग्रवाल और उनकी पत्नी शिवानी को रविवार को एक विशेष अदालत में पेश किया गया था. नाबालिग आरोपी के माता पिता पर उसे बचाने के लिए ड्राइवर को पैसे देकर सारा आरोप अपने सर लेने की बात सामने आई थी. इसके बाद ब्लड सैंपल के साथ छेड़छाड़ की बात भी सामने आई है. इस पर अदालत ने माता-पिता को 5 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
ये मामला तब सामने आया जब पता चला कि नाबालिग आरोपी के ब्लड सेंपल को किसी अन्य के ब्लड सेंपल के साथ बदल दिया गया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी का ब्लड सेंपल डस्टबिन में फेंक दिया गया. फॉरेंसिक साइंस लेब में पहले ब्लड सेंपल में पहले आरोपी का ब्लड सेंप दिया गया, जिसमें कोई एल्कोहल नहीं मिला था. दूसरे ब्लड टेस्ट में किसी अन्य हॉस्पिटल में डीएनए टेस्ट किया जिसमें साबित हुआ कि दोनों ब्लड सेंपल अलग-अलग व्यक्तियों के थे. इस मामले के लिए तीन लोगों की बेंच तैयार की गई है, जो मामले को देखेगी. (Porsche Car Accident News Update)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT