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हिमाचल प्रदेश पर मौत बन कर बरसी बारिश: 263 लोगों की ली जान, चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग बंद

Updated on: 18 August, 2025 07:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे को व्यापक नुकसान पहुँचा है और सैकड़ों लोगों की जान चली गई है.

मंडी जिले में सबसे अधिक 201 सड़कें अवरुद्ध हुईं, इसके बाद कुल्लू में 63 और कांगड़ा में 27 सड़कें अवरुद्ध हुईं.

मंडी जिले में सबसे अधिक 201 सड़कें अवरुद्ध हुईं, इसके बाद कुल्लू में 63 और कांगड़ा में 27 सड़कें अवरुद्ध हुईं.

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग इस समय क्षेत्र में लगातार भारी बारिश के कारण कई भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण अवरुद्ध है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस स्थिति ने राज्य के सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक पर आवाजाही में भारी व्यवधान पैदा कर दिया है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के साथ-साथ अचानक बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे को व्यापक नुकसान पहुँचा है और इस मानसून के मौसम में सैकड़ों लोगों की जान चली गई है. 

रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) के अनुसार, 17 अगस्त की शाम तक, राज्य भर में कुल 352 सड़कें बंद हैं. इनमें तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं. इसके अलावा, 1,067 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) काम नहीं कर रहे हैं और 116 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हुई हैं. 


20 जून से, जारी मानसून संबंधी तबाही ने 263 लोगों की जान ले ली है. इनमें से 136 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मकान ढहने जैसी वर्षाजनित घटनाओं में हुईं, जबकि 127 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए. रिपोर्ट के अनुसार मंडी ज़िले में सबसे ज़्यादा 201 सड़कें बंद होने की सूचना मिली, इसके बाद कुल्लू में 63 और कांगड़ा में 27 सड़कें बंद हुईं. राष्ट्रीय राजमार्ग भी प्रभावित हुए हैं, कुल्लू में NH-305, किन्नौर में NH-05 और मंडी में NH-21 भूस्खलन और बाढ़ के कारण अवरुद्ध हो गए हैं. राज्य की बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है, कुल्लू ज़िले में 557 ट्रांसफार्मर बाधित होने की सूचना है, इसके बाद मंडी में 385 और लाहौल-स्पीति में 112 ट्रांसफार्मर बाधित हुए हैं. जलापूर्ति योजनाओं को भी नुकसान पहुँचा है, जिसमें मंडी में 44 और कुल्लू में नौ योजनाएँ प्रभावित हुई हैं. 


अधिकारियों ने पुष्टि की है कि तत्काल आधार पर बहाली का काम चल रहा है. हालाँकि, लगातार भूस्खलन, भारी बारिश और ऊँचाई वाले क्षेत्रों में रुकावटों के कारण प्रगति धीमी हो रही है. रिपोर्ट के मुताबिक एचपीएसडीएमए ने कहा, "कई जिलों, खासकर मंडी, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहाँ भारी बारिश के कारण सड़क संपर्क, बिजली आपूर्ति और जल सेवाएँ बाधित हो रही हैं." अधिकारियों ने आगे बताया कि मंडी में सड़क संपर्क को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है, जहाँ रणनीतिक NH-03 सहित 201 सड़कें बंद हैं. कुल्लू में, खनाग में NH-305 सहित 63 सड़कें अवरुद्ध हैं. इस बीच, किन्नौर में, टिंकू नाला में भूस्खलन के कारण NH-05 पर यातायात बाधित हो गया है.


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