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64 धातु प्लेटों पर चित्रित रामायण, पेंटिंग का वजन है 400 किलो

Updated on: 27 March, 2025 06:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस दिन को चिह्नित करने के लिए, जयपुर के जवाहर कला केंद्र में अलंकार आर्ट गैलरी में छह दिवसीय पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है.

12 x 15 इंच की 64 धातु प्लेटों पर चित्रित एक अनोखी रामायण, पेंटिंग का वजन 400 किलोग्राम है.

12 x 15 इंच की 64 धातु प्लेटों पर चित्रित एक अनोखी रामायण, पेंटिंग का वजन 400 किलोग्राम है.

राजस्थान का 30 मार्च को स्थापना दिवस है. यह विशेष राज्य स्थापना दिवस हर साल बहुत धूमधाम और भव्य कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है. कुछ कलाकार इस दिन को राजस्थान पर्यटन दिवस के उत्सव के रूप में मनाते हैं. इस दिन को चिह्नित करने के लिए, जयपुर के जवाहर कला केंद्र में अलंकार आर्ट गैलरी में छह दिवसीय पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. 

इसमें एक से बढ़कर एक कला कृतियां प्रस्तुत की गई हैं. इसमें भगवान श्री राम और भगवान विष्णु के जीवन को दर्शाने वाली अनूठी पेंटिंग प्रदर्शित की गई हैं. इनमें 400 किलो वजनी रामायण की पेंटिंग लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह पेंटिंग छोटी धातु की प्लेटों पर बनाई जाती है. संपूर्ण रामायण 12 गुणा 15 इंच की 64 प्लेटों में चित्रित है. इस पेंटिंग की कीमत हजारों नहीं बल्कि लाखों में है. हिंदू महाकाव्य रामायण को सचित्र कहानी के रूप में दर्शाने वाली इस पेंटिंग की कीमत 12 लाख रुपये है.


चारुसेट से संबद्ध आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) और महिला विकास सेल (डब्ल्यूडीसी) ने गुरुवार, 20 मार्च को अहमदाबाद स्थित एनजीओ "स्त्री चेतना" के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर शिक्षा बोर्ड की संयुक्त मंत्री श्रीमती मधुबेन पटेल, चारुसेट के रजिस्ट्रार डॉ. अतुल पटेल, डॉ. मृणाली पटेल (अध्यक्ष - आईसीसी), डॉ. गायत्री दवे (अध्यक्ष - डब्ल्यूडीसी), निशा दवे (सदस्य सचिव-आईसीसी और सदस्य - डब्ल्यूडीसी), उत्पला मेहता (सदस्य सचिव - डब्ल्यूडीसी) उपस्थित थीं.


साथ ही श्रीमती शैलजा अंधे (अखिल भारतीय अध्यक्ष - भारतीय स्त्री शक्ति और अध्यक्ष - स्त्री चेतना, गुजरात), श्रीमती नीपा शुक्ला उपस्थित रहीं. (प्रदेश सचिव स्त्री चेतना), श्रीमती चारुता पिपलापुरे (प्रदेश कोषाध्यक्ष स्त्री चेतना), श्रीमती ज्योति गडकरे (सचिव - महिला चेतना) उपस्थित थीं. सलाहकार और परामर्श सेवाएं प्रदान करके परिभाषित क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग शुरू करने और विकसित करने के उद्देश्य से चारुसेट विश्वविद्यालय और "महिला चेतना" के बीच ये समझौता ज्ञापन दर्ज किए गए थे.


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