Updated on: 05 December, 2024 12:31 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शपथ ग्रहण समारोह से पहले, शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने शिंदे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व समाप्त हो चुका है और भाजपा द्वारा शिंदे के पार्टी विभाजन का आरोप लगाया.
संजय राउत ने शिंदे के बारे में कहा कि, "शिंदे कभी भी इस राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. भाजपा हमेशा अपने साथियों की पार्टी तोड़ने और समाप्त करने की राजनीति करती है."
महाराष्ट्र में आज 5 दिसंबर को राजनीतिक हलचल तेज हो गई, जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह से पहले शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला किया. उन्होंने शिंदे के नेतृत्व को खत्म मानते हुए कहा कि "शिंदे युग अब समाप्त हो चुका है, यह सिर्फ दो साल के लिए था और उनका इस्तेमाल अब खत्म हो चुका है."
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संजय राउत ने शिंदे के बारे में कहा कि, "शिंदे कभी भी इस राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. भाजपा हमेशा अपने साथियों की पार्टी तोड़ने और समाप्त करने की राजनीति करती है. शिंदे की पार्टी भी टूट सकती है, यह कोई नई बात नहीं है." राउत का आरोप था कि भाजपा और शिंदे के गठबंधन का उद्देश्य सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ को साधना है, न कि राज्य या देश के हित में काम करना.
ANI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि, "देवेंद्र फडणवीस को बहुमत प्राप्त है, लेकिन इसके बावजूद 15 दिनों तक सरकार बनाने में असमर्थ रहे. इसका मतलब यह है कि भाजपा और महायुति के भीतर कोई गड़बड़ है, जो जल्द ही जनता के सामने आएगी." राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के लोग इस गठबंधन को स्वीकार नहीं कर रहे हैं और चुनाव परिणामों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. फिर भी, उन्होंने यह स्वीकार किया कि फडणवीस को आज मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जा रही है और इस कदम का स्वागत किया.
#WATCH | Delhi: Ahead of the swearing-in ceremony of Maharashtra CM-designate Devendra Fadnavis today, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, "Shinde era is over, it was just for two years. His usage is now over and he has been tossed aside. Shinde will never be the CM of this… pic.twitter.com/4kyySN4uEZ
— ANI (@ANI) December 5, 2024
उनका मानना था कि यह गठबंधन राज्य की जनता के लिए नहीं, बल्कि केवल भाजपा और उनके सहयोगियों के स्वार्थ के लिए है. राउत के इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है, और यह देखा जाएगा कि आने वाले समय में यह राजनीतिक विवाद और बयानबाजी किस दिशा में जाती है.
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