Updated on: 04 May, 2025 11:46 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले एक कांग्रेस पार्षद ने वीडियो को फर्जी बताते हुए जोर देकर कहा कि इस तरह के नारे नहीं लगाए गए.
प्रतीकात्मक तस्वीर
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि मध्य प्रदेश के इंदौर में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने के लिए आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर "पाकिस्तान जिंदाबाद" के नारे लगाने के आरोप में पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले एक कांग्रेस पार्षद ने वीडियो को फर्जी बताते हुए जोर देकर कहा कि इस तरह के नारे नहीं लगाए गए.
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच, पुलिस ने कहा है कि वे वीडियो की प्रामाणिकता की जांच कर रहे हैं. पत्रकारों से बात करते हुए, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विनोद कुमार मीना ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शहर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा, "विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था, जिसमें कुछ व्यक्तियों को `पाकिस्तान जिंदाबाद` के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है."
डीसीपी ने कहा वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने बुधवार रात भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196 (1) (बी) (विभिन्न समुदायों के बीच आपसी सद्भाव पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला कोई भी कार्य जो सार्वजनिक शांति भंग करता है या होने की संभावना है) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. रिपोर्ट के अनुसार मीणा ने कहा, "विवादित वीडियो की प्रामाणिकता की जांच की जा रही है. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है या नहीं. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी."
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पुलिस अभी भी स्पष्ट नहीं है कि विरोध प्रदर्शन का आयोजन किसने किया था, क्योंकि इसके लिए कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी.शहर के वार्ड 58 से कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, ने कहा, "यह बड़वाली चौकी व्यापारी संघ द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें तीन से चार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी शामिल थे." रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "मौके पर सात से आठ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे और उन्होंने विरोध प्रदर्शन का वीडियो भी रिकॉर्ड किया."
कादरी ने इस बात से साफ इनकार किया कि प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रतिभागी ने "पाकिस्तान जिंदाबाद" के नारे लगाए. उन्होंने कहा, "पुलिस ने एक फर्जी वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज की है. एक खास समुदाय को बदनाम करने के लिए मूल वीडियो का एक छेड़छाड़ किया गया संस्करण बनाया गया था."