Updated on: 03 September, 2025 08:35 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत में बनी चिप दुनिया में बदलाव लाएगी. उन्होंने आगे कहा कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया कहेगी - भारत में डिज़ाइन, निर्मित, दुनिया का भरोसा.
मंगलवार को नई दिल्ली में सेमीकॉन इंडिया 2025 के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (दाएं) और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (बाएं) के साथ. तस्वीर/पीटीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 18 अरब डॉलर से ज़्यादा की 10 सेमीकंडक्टर परियोजनाएँ चल रही हैं और देश भारत सेमीकंडक्टर मिशन के अगले चरण की ओर बढ़ रहा है और 1 ट्रिलियन डॉलर के वैश्विक चिप बाज़ार का दोहन करने के लिए डिज़ाइन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को नया रूप दे रहा है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत में बनी सबसे छोटी चिप दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव लाएगी. उन्होंने आगे कहा कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया कहेगी - भारत में डिज़ाइन, भारत में निर्मित, दुनिया का भरोसा. वह यहाँ भारत के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को गति देने के उद्देश्य से आयोजित `सेमीकॉन इंडिया - 2025` सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे.
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रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के सेमीकंडक्टर क्षेत्र के विशेषज्ञों, जिनमें लगभग 50 देशों का प्रतिनिधित्व शामिल है, की उपस्थिति को देखते हुए, मोदी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस कार्यक्रम में भारत की नवाचार और युवा शक्ति भी स्पष्ट रूप से मौजूद है. उन्होंने कहा कि यह अनूठा संयोजन एक स्पष्ट संदेश देता है - "दुनिया भारत पर भरोसा करती है, दुनिया भारत में विश्वास करती है, और दुनिया भारत के साथ सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है."
यह कहते हुए कि सेमीकंडक्टर की दुनिया में अक्सर कहा जाता है, `तेल काला सोना था, लेकिन चिप्स डिजिटल हीरे हैं`, प्रधानमंत्री ने कहा कि जहाँ तेल ने पिछली सदी को आकार दिया, वहीं 21वीं सदी की शक्ति अब छोटी चिप में केंद्रित है. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "भारत जिस गति से सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, उसे देखते हुए इस 1 ट्रिलियन डॉलर के बाजार में भारत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होगी."
निवेशकों को संबोधित करते हुए, उन्होंने खुले दिल से उनका स्वागत करने की भारत की तत्परता व्यक्त की और कहा, "डिज़ाइन तैयार है. मुखौटा तैयार है. अब सटीक निष्पादन और बड़े पैमाने पर वितरण का समय है." रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने 2021 में सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के शुभारंभ पर प्रकाश डाला और कहा कि 2023 तक, देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र 2024 में स्वीकृत हो चुका है, कई और संयंत्रों को स्वीकृति मिली है, और 2025 में, पाँच अतिरिक्त परियोजनाओं को मंजूरी दी है.
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