Updated on: 10 May, 2025 11:59 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
भारतीय रक्षा अधिकारियों ने दावों के बारे में हवा साफ कर दी है और उन्हें "निराधार" करार दिया है.
शनिवार को @adgpi द्वारा एक्स के माध्यम से जारी की गई तस्वीर, अमृतसर में पाकिस्तान से हमले के बाद इकाइयों द्वारा नष्ट किए गए पाकिस्तान के दुश्मन ड्रोन और अन्य हथियारों के मलबे मिले. तस्वीर साभार/पीटीआई
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच, कुछ समाचार स्रोतों ने भारत की S400 रक्षा प्रणाली को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया, जबकि यह तथ्य है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब देने में यह एक प्रभावी हथियार साबित हुआ है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रक्षा अधिकारियों ने दावों के बारे में हवा साफ कर दी है और उन्हें "निराधार" करार दिया है.
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रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा अधिकारियों ने अपने बयान में कहा, "S-400 प्रणाली के नष्ट होने या किसी भी तरह के नुकसान की खबरें निराधार और फर्जी हैं." इस बीच, सूत्रों के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने भारत में 26 स्थानों को निशाना बनाने के बाद पाकिस्तान पर जवाबी हमले किए. नियंत्रण रेखा (LoC) पर कई स्थानों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है.
भारतीय सशस्त्र बलों ने आज तड़के चार पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर भी हमला किया, सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. सूत्रों ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा भारत में 26 स्थानों पर हमला करने के तुरंत बाद जवाबी हमले किए. रिपोर्ट के अनुसार नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई स्थानों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है.
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए हैं. इनमें संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन शामिल हैं. इन स्थानों में बारामुल्ला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लाखी नाला शामिल हैं. अफसोस की बात है कि एक सशस्त्र ड्रोन ने फिरोजपुर में नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप एक स्थानीय परिवार के सदस्य घायल हो गए. घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है और सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र की सफाई की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने कहा, "भारतीय सशस्त्र बल उच्च स्तर की सतर्कता बनाए हुए हैं और ऐसे सभी हवाई खतरों को काउंटर-ड्रोन सिस्टम का उपयोग करके ट्रैक और संलग्न किया जा रहा है. स्थिति पर कड़ी और निरंतर निगरानी की जा रही है और जहाँ भी आवश्यक हो, त्वरित कार्रवाई की जा रही है. नागरिकों, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में, को घर के अंदर रहने, अनावश्यक आवाजाही को सीमित करने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी जाती है. जबकि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता और एहतियात जरूरी है."
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