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दंगों के तीन दिन बाद नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू में मिली राहत

Updated on: 20 March, 2025 06:01 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

छत्रपति संभाजीनगर जिले में अफवाहों के बीच सोमवार रात को मध्य नागपुर के इलाकों में हिंसक भीड़ ने उत्पात मचाया.

तस्वीर/पीटीआई

तस्वीर/पीटीआई

अधिकारियों ने बताया कि शहर में हिंसा भड़कने के तीन दिन बाद गुरुवार को नागपुर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू हटा लिया गया या उसमें ढील दी गई. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए विहिप और बजरंग दल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र शिलालेखों वाली `चादर` जलाने की अफवाहों के बीच सोमवार रात को मध्य नागपुर के इलाकों में हिंसक भीड़ ने उत्पात मचाया.

रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद, कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया. लोगों की सुविधा और कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने गुरुवार दोपहर 2 बजे से नंदनवन और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटाने का आदेश दिया.


इसके अलावा, सिंघल ने लकड़गंज, पचपौली, शांतिनगर, सक्करदरा और इमामबाड़ा इलाकों में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का आदेश दिया, ताकि लोग रोजमर्रा की जरूरत की चीजें खरीदने के लिए बाहर निकल सकें. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हिंसा में शामिल लोगों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए 18 विशेष टीमें बनाई हैं, गुरुवार को अधिकारियों ने बताया. सोमवार को यहां हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 69 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गुरुवार को तीसरे दिन भी शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा रहा.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने अब तक 200 आरोपियों की पहचान की है और दंगों के सीसीटीवी फुटेज में कैद 1,000 अन्य संदिग्धों की पहचान करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को गणेशपेठ और कोतवाली पुलिस स्टेशनों में पांच प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गईं, जिनमें 200 आरोपियों के नाम हैं. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से हिंसा में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं. नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर कुमार सिंघल ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि गठित विशेष टीमों में गणेशपेठ, कोतवाली और तहसील पुलिस थानों के साथ-साथ अपराध शाखा के कर्मी शामिल हैं. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि टीमें संदिग्धों की पहचान करने में मदद के लिए साइबर सेल के साथ मिलकर काम कर रही हैं. 

नागपुर हिंसा के सिलसिले में अब तक गिरफ्तार किए गए 69 लोगों में माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेता फहीम खान भी शामिल हैं. अधिकारियों ने पहले कहा था कि खान ने सोमवार को नागपुर पुलिस स्टेशन के बाहर कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि खान पर पहले भी कई मामलों में आरोप लगाया गया है, जिसमें बिजली चोरी और 2023-2024 में विरोध प्रदर्शन शामिल हैं. खान के नेतृत्व में 50 से 60 लोगों का एक समूह सोमवार को गणेशपेठ पुलिस स्टेशन के बाहर अवैध रूप से इकट्ठा हुआ और विश्व हिंदू परिषद के विरोध प्रदर्शन के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा.इसके बाद खान और आठ अन्य लोग भालदारपुरा इलाके में गए, जहां शिवाजी महाराज चौक के पास अल्पसंख्यक समुदाय के 500 से 600 लोग एकत्र हुए थे. एक अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. यह पूछे जाने पर कि क्या खान हिंसा का मास्टरमाइंड था, सिंघल ने बुधवार को कहा कि हमलावरों की पहचान करने और एफआईआर में नामजद लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है. सोमवार रात को तीन डीसीपी रैंक के अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जब भीड़ ने उत्पात मचाया, वाहनों को नुकसान पहुंचाया, पुलिस पर पेट्रोल बम और पत्थर फेंके और घरों पर हमला किया.


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