Updated on: 29 October, 2024 07:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस पहल का उद्देश्य गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर और हापुड़ जैसे जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 29 अक्टूबर, 2024 को मेरठ में ईएसआई अस्पताल के शिलान्यास समारोह के दौरान. (तस्वीर/पीटीआई)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को घोषणा की कि गाजियाबाद में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली का एक सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस पहल का उद्देश्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासियों, खासकर गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर और हापुड़ जैसे जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है.
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रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेरठ से वर्चुअली अध्यक्षता किए गए नौवें अखिल भारतीय आयुर्वेद सम्मेलन में अपनी भागीदारी के दौरान, आदित्यनाथ ने इस नए केंद्र के महत्व पर जोर दिया. एक आधिकारिक बयान में आदित्यनाथ के हवाले से कहा गया, "आज उत्तर प्रदेश में दो एम्स (गोरखपुर और रायबरेली) हैं. हमने एम्स दिल्ली से अनुरोध किया है कि वह गाजियाबाद में हमारे द्वारा दी गई जमीन पर एक सैटेलाइट सेंटर बनाए, ताकि हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर के निवासियों को दिल्ली एम्स की सुविधाओं का लाभ मिल सके."
उन्होंने कहा, "हम जल्द ही इस कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए काम करेंगे." रिपोर्ट के अनुसार इस घोषणा के अलावा, उन्होंने कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अब आयुष्मान योजना के तहत लाभ के पात्र होंगे, जिसे मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसमें चिकित्सा सेवाओं में वृद्धि और एम्स नई दिल्ली में जन औषधि केंद्रों की स्थापना शामिल है.
मेरठ में ईएसआईसी अस्पताल के शिलान्यास समारोह के एक अन्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, "मेरठ एक बड़े बुनियादी ढांचे के रूप में उभरा है. एक्सप्रेसवे, रैपिड रेल मिल गई है. गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है, इसके जरिए कुंभ स्नान के लिए जाएं." रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "मेरठ में राज्य का खेल विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है. जब खेल विश्वविद्यालय बनकर तैयार हो जाएगा, तो इससे ओलंपियन निकलेंगे और नए खिलाड़ी खोजे और तैयार किए जाएंगे." आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ के श्रमिकों को लखनऊ और गोरखपुर के अस्पतालों जैसी सुविधाएं मिलेंगी. उन्होंने यह भी बताया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में केवल 17 मेडिकल कॉलेज थे; अब, राज्य के 75 जिलों में से 64 में या तो मेडिकल कॉलेज हैं या बन रहे हैं.
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