Updated on: 21 September, 2024 07:19 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बतौर पीएम नरेंद्र मोदी पहले भी कई बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. 1990 के दशक में जब वह भाजपा के नेता थे तब उन्होंने अमेरिका का दौरा भी किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के लिए रवाना (फोटो: पीटीआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं. वह क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएन) शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे और एनआरआई से मिलेंगे. बतौर पीएम नरेंद्र मोदी पहले भी कई बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. 1990 के दशक में जब वह भाजपा के नेता थे तब उन्होंने अमेरिका का दौरा भी किया था. 1997 में जब वह विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में शामिल होने अमेरिका गए तो उनका बैग, पासपोर्ट और पैसे चोरी हो गए.
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इस घटना को याद करते हुए अमेरिका में रहने वाले एनआरआई हीरूभाई पटेल ने कहा कि मोदी को विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम के बाद जब वह अपने मेजबान के घर पहुंचे तो उनका बैग कार में नहीं था. उसने काफी तलाश की लेकिन बैग नहीं मिला. इसके बाद पता चला कि उनका बैग चोरी हो गया है. उस बैग में उनका पासपोर्ट, पैसे और कपड़े जैसी अहम चीजें थीं. अगर वह सामान्य व्यक्ति होते तो उन्हें चिंता होती अगर उनका पासपोर्ट चोरी हो जाता, लेकिन नरेंद्र मोदी को बिल्कुल भी चिंता नहीं हुई. उन्होंने अपने मेज़बान से यह भी कहा कि वे बिल्कुल भी चिंता न करें.
बैग चोरी होने के बाद नरेंद्र मोदी ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, लेकिन इसमें समय लग रहा था. इसके बाद वह अगले पांच दिनों तक अपने मेजबान के घर पर रहे और पासपोर्ट का इंतजार करते रहे. जब पासपोर्ट आ गया, तो उसने मेज़बान से उसे कुछ डॉलर उधार देने के लिए कहा, क्योंकि उसके पैसे भी चोरी हो गए थे. मोदी ने कहा कि मैं भारत लौटते ही आपके परिवार को पैसे लौटा दूंगा. भारत आकर उन्होंने सबसे पहला काम जो किया वह उधार लिया हुआ पैसा लौटाना था. अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की डॉक्टर पन्ना बरई ने नरेंद्र मोदी से जुड़ी एक और घटना का वर्णन किया है, जो साल 1993 की है. मोदी एक कार्यक्रम के तहत अमेरिका आये और डाॅ. बरई और उसकी पत्नी पन्ना बरई के साथ उनके घर पर रहे. बराई का कहना है कि मैंने मोदी को हर रोज कपड़े धोते और सुखाते देखा, इसलिए एक दिन मैंने उनसे पूछा कि क्या वह बहुत सारे कपड़े नहीं लाते हैं. इस पर मोदी ने अपना 22 इंच का छोटा सूटकेस दिखाते हुए कहा कि इसमें सिर्फ दो जोड़ी कपड़े रखे हैं.
इसके बाद साल 1997 में नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे. एक कार्यक्रम के सिलसिले में अमेरिका के अटलांटा जाना हुआ. उन्हें एनआरआई गोकुल कुन्नथ का स्थान लेना था. कुन्नथ खुद उन्हें लेने एयरपोर्ट गए थे. उन्हें लगा कि मोदी अपने साथ भारी सामान लेकर आएंगे. हालांकि, जब नरेंद्र मोदी पहुंचे तो उनके हाथ में सिर्फ एक छोटा सा बैग था, जिसमें उनके कपड़े और जरूरी सामान था. कुनाथ ने सोचा कि बाकी सामान शायद चेक-इन करके आ रहा होगा. जब उन्होंने मोदी से पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि कोई सामान नहीं है. मेरे पास बस यही है और मैं इसके साथ यात्रा करता हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टेक्नोलॉजी और नए गैजेट्स बहुत पसंद हैं. वे 90 के दशक से नई तकनीक और गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. 1997 में जब वह अमेरिका गए तो वह एनआरआई गोकुल कुन्नथ के घर मेहमान बने. कुन्नथ ने उससे पूछा कि क्या वह अमेरिका से कोई सामान अपने साथ ले जाना या खरीदना चाहता है. तब मोदी ने कहा कि मुझे माइक्रो कंप्यूटर चाहिए. उस समय एक कंप्यूटर 3-4 हजार नाम, फोन नंबर और अन्य चीजें स्टोर कर सकता था.
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