Updated on: 16 April, 2025 08:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने आदित्यनाथ पर अपने राज्य के मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फोटो/पीटीआई
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (सीएम) ममता बनर्जी ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में इमामों और धार्मिक नेताओं की एक सभा को संबोधित की. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने आदित्यनाथ पर अपने राज्य के मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कानून-व्यवस्था, खासकर धार्मिक आयोजनों के दौरान उनके संचालन की आलोचना की.
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रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए उन्हें "सबसे बड़ा भोगी" (भौतिकवादी व्यक्ति) कहा. यह बात उन्होंने वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की आलोचना के जवाब में कही. बनर्जी ने कहा, "योगी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. वह सबसे बड़े `भोगी` हैं. महाकुंभ भगदड़ में कितने लोग मारे गए.
उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में पुलिस मुठभेड़ों में बहुत से लोग मारे गए". रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी ने कहा कि वह शांतिपूर्ण रैलियों की भी अनुमति नहीं देते." उनकी यह टिप्पणी यूपी सीएम द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद आई है कि "बंगाल जल रहा है" और बनर्जी पर हिंसा पर चुप्पी बनाए रखने का आरोप लगाया, यहां तक कि प्रदर्शनकारियों को "शांति के दूत" के रूप में संदर्भित किया.
आदित्यनाथ ने यह भी कहा, "लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं (जो केवल पिटाई का जवाब देते हैं, वे शब्दों को नहीं समझते हैं)" जिसका अर्थ है कि दंगाइयों से निपटने का तरीका सख्त कार्रवाई है. रिपोर्ट के मुताबिक इस पर पलटवार करते हुए बनर्जी ने आदित्यनाथ के कानून और व्यवस्था पर बोलने के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया और उन पर आध्यात्मिकता के मुखौटे के पीछे छिपने का आरोप लगाया.
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