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एशियन पैरा गेम्स 2023: भारत ने किया शानदार आगाज, क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में जीते तीन पदक

Updated on: 25 October, 2023 06:19 PM IST | Mumbai
Anmol Awasthi | anmol.awasthi@mid-day.com

भारत की अवनि ने भी रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है.

भारत के परवीन कुमार पुरुषों की जैवलिन थ्रो F57 फ़ाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हैं (तस्वीर: AFP)

भारत के परवीन कुमार पुरुषों की जैवलिन थ्रो F57 फ़ाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हैं (तस्वीर: AFP)

भारत ने सोमवार को हांगझू एशियाई पैरा गेम्स में पुरुषों की क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में सभी तीन पदक जीते है. जिसमें प्रणव सूरमा ने स्वर्ण पदक जीता, इससे पहले स्टार निशानेबाज अवनी लेखरा ने गेम रिकॉर्ड के साथ अपनी प्रतियोगिता में जीत हासिल की है. 29 वर्षीय सूरमा ने 30.01 मीटर के प्रयास के साथ एशियाई पैरा खेलों का रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि धरमबीर (28.76 मीटर) दूसरे और अमित कुमार (26.93 मीटर) तीसरे स्थान पर रहे. भारत की अवनि ने भी महिलाओं की आर2 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 श्रेणी में 249.6 के गेम रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है. 


अन्य भारतीय पैरा निशानेबाज मोना अग्रवाल स्टैंडिंग में छठे स्थान पर रहीं. नवंबर 2001 में जयपुर में जन्मी अवनी 2012 में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गईं, जिसके बाद से वह व्हीलचेयर पर ही रहीं. अवनि साल 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियों में आईं, जहां वह ग्रीष्मकालीन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.  वहीं, अवनी ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक भी जीता. सूरमा जब 16 साल के थे, तब एक दुर्घटना के बाद उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई, जिससे वह लकवाग्रस्त हो गए. लेकिन इससे उन्हें पैरा स्पोर्ट्स में जाने से कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने 2019 बीजिंग वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री इवेंट में सिल्वर मेडल जीता. 


F51 क्लब थ्रो इवेंट उन एथलीटों के लिए है जिनकी धड़, टांगों और हाथों की गतिविधि काफी हद तक प्रभावित होती है. सभी प्रतियोगी बैठकर प्रतिस्पर्धा करते हैं और स्ट्रेंथ के लिए अपने कंधों और बांह पर भरोसा करते हैं. पुरुषों की लॉन्ग जंप टी63 श्रेणी में भी तीन भारतीय 1-2-3 से समाप्त हुए, लेकिन एशियाई पैरालंपिक समिति (APC) नियमों के तहत केवल गोल्ड और सिल्वर मेडल प्रदान किए गए. 


इस स्पर्धा में तीन भारतीय ही एकमात्र प्रतियोगी थे और APC के `माइनस वन नियम` के तहत, शैलेश कुमार ने एशियाई पैरा गेम्स में 1.82 मीटर की रिकॉर्ड जंप के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि मरियप्पन थंगावेलु (1.80 मीटर) ने सिल्वर मेडल जीता. APC नियमों के तहत गोविंदभाई रामसिंगभाई पाधियार (1.78 मीटर) कांस्य नहीं जीत सकते. तीनों पदक जीतने के लिए कम से कम चार एथलीटों का मैदान में होना जरूरी है.


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