इस साल, शंकर महादेवन, फरहान अख्तर, शान, एहसान–अनु मलिक और सलीम–सुलैमान मर्चेंट जैसे संगीत जगत के दिग्गजों के साथ अभिजीत सावंत भी इस महोत्सव का हिस्सा रहे.
इस साल का महोत्सव अभिजीत सावंत की आत्मीय और यादगार परफॉरमेंस के कारण और भी खास बन गया. इंडियन आइडल जीतने के बाद से ही अभिजीत हर मंच पर दर्शकों का दिल जीतते आए हैं और इस कार्यक्रम में भी उन्होंने वही जादू दिखाया.
उन्होंने अपने 20 साल के संगीत सफर के कई गीत प्रस्तुत किए. हिंदी और मराठी दोनों ट्रैक्स के साथ उन्होंने अपने सदाबहार हिट्स की जादुई परफॉरमेंस दी.
युवाओं के प्रिय गीत “मोहब्बतें लूटाऊँगा” से लेकर मराठी क्लासिक “सर सुखाची श्रावणी” तक, उनकी परफॉरमेंस दर्शकों के लिए एक शानदार अनुभव रही.
इस भव्य बॉलीवुड मंच पर अभिजीत ने सिर्फ हिंदी ही नहीं, बल्कि मराठी गीत भी गाया, जिससे गैर-मराठी दर्शकों के दिल भी जीत लिए.
“सर सुखाची श्रावणी” गाकर उन्होंने अपने मराठी जड़ों का गर्वपूर्वक प्रतिनिधित्व किया और यह साबित किया कि संगीत की कोई भाषा नहीं होती.
अभिजीत ने कहा, “यह मंच वास्तव में बहुत बड़ा है. यहाँ बच्चों से लेकर युवाओं तक हर उम्र के लोग उत्साह के साथ हमें सुनते और देखते हैं. उनके पसंदीदा गीत प्रस्तुत करना सिर्फ हमारा फर्ज़ नहीं, बल्कि उन्हें पुरानी यादों का अनुभव देना भी है.
हालांकि यह बॉलीवुड म्यूज़िक प्रोजेक्ट है, लेकिन मैंने अपने प्रशंसकों के लिए मराठी गीत शामिल करना जरूरी समझा.
यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि गैर-मराठी लोग भी ‘सर सुखाची श्रावणी’ पर इतने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दे रहे थे. यह साबित करता है कि कला की कोई भाषा नहीं होती.”
आज के युवा भले ही हिप-हॉप, रीमिक्स और डीजे संगीत सुनते हों, लेकिन ऐसे महोत्सव उन्हें पुराने, सदाबहार गीतों से जोड़ते हैं.
20 सालों के संगीत करियर में अभिजीत सावंत लगातार अपने बहुआयामी और ट्रेंडिंग परफॉरमेंस के साथ फैंस को प्रभावित कर रहे हैं, अपने जड़ों के प्रति सच्चे रहते हुए समय के साथ विकसित होते हुए.
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