नवीन प्रभाकर ने बताया कि, जेल में परफॉर्म करना मेरे लिए पहला अनुभव नहीं था. मैंने तीसरी बार जेल में जाकर परफॉर्म किया. मैं दो बार जेल में कॉमेडी परफॉर्म कर चुका हूं.`
उन्होंने आगे बताया, `मुझे लगता है कि ये एक नेक प्रयास है. मैंने 4000 कैदी के सामने मैंने परफॉर्म दिए. मैंने बॉलीवुड और टीवी पर कॉमेडी की है. जिन भी आरोपियों को पश्चाताप हो रहा है. वह लोग बड़ी शांति से मेरा कार्यक्रम सुन रहे थे. जेल में बहुत ही सख्त कानून है. वह सभी डिसिप्लिन से बैठे थे. जेल के बाहर भी इसी तरह का डिसिप्लिन रहे तुमसे ज्यादा ईमानदार कोई नहीं होगा. इसका पूरा क्रेडिट जाता है हर्षद राव को, जो कि वहां जेलर है. वो डिसिप्लिन फॉलो करते हैं.`
उन्होंने बताया कि `6 से 7 सालों में मैं तीन बार वहां गया हूं. जब मेरा परफॉर्मेंस पूरा हुआ तब जेलर मेरे पास आए और कहा उन्हें डांस करने को कहो. हैरानी की बात यह थी कि कैदी डांस के दौरान अपनी जगह से हिले भी नहीं. सभी कैदी बेहद डिसिप्लिन में थे.`
नवीन प्रभाकर ने कहा, यह पूरा कार्यक्रम खत्म होने के बाद कैदियों ने पूरे 3 मिनट तक तालियां बजाई. हालांकि कैदियों को ताली बजाने के लिए बोला नहीं था. इसके बावजूद कैदियों ने सभी के प्रति सम्मान जताते हुए यह तालियां बजाई थी. जेलर और पुलिस कर्मियों के लिए तालियां बजा रहे थे. यह सन्मान की बात है.`
नवीन प्रभाकर बताया कि `मैं जब 8 साल पहले जेल में गया था परफॉर्मेंस करने उस दौरान के कैदी भी मुझे मिले. उन्होंने मुझे बच्चन साहब की आवाज में कॉमेडी करने को कहा.`
उन्होंने आगे कहा, `परफॉर्मेंस के लिए मुझे कुछ खास तैयारी करने की जरूरत नहीं पड़ी. क्योंकि पिछला अनुभव मेरे साथ था. मैंने गाना शुरू किया तो कई कैदी भी मेरे साथ गाना गा रहे थे. गाना गाते हुए जो कॉमेडी हो रही थी कैदी भी उसे इन्जॉय कर रहे थे.`