भावनाओं को डिज़ाइन के साथ इस तरह से मिश्रित किया कि यह वैश्विक दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित हुआ.
यह कलेक्शन
इखेलॉन ऑफ़ इश्क गति और स्थिरता, शक्ति और कोमलता,
और पुरुषत्व और स्त्रीत्व के बीच संतुलन को दर्शाता है. रेज़िन और जॉर्जेट ऑर्गेना जैसी सामग्रियों का इस्तेमाल
विपरीतता और सामंजस्य पैदा करने के लिए किया गया था. रेज़िन ने सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित पानी की तरह प्रकाश को ग्रहण किया, जिससे
इन टुकड़ों में ऊर्जा आई, जबकि ऑर्गेना ने तरलता और सुंदरता प्रदान की, जिससे लगभग अलौकिक गति का निर्माण हुआ.
अब्राहम के मार्गदर्शन में पाँच महीनों में विकसित, यह कलेक्शन बारीकियों पर सावधानीपूर्वक ध्यान देता है और आध्यात्मिक विचारों को पहनने योग्य कला में सफलतापूर्वक रूपांतरित करता है.
एक वैश्विक शुरुआत
पेरिस में यह प्रस्तुति अब्राहम का पहला वैश्विक प्रदर्शन था. केवल कुछ ही भारतीय
डिज़ाइनर इस स्तर तक पहुँच पाए हैं, जिससे यह शुरुआत महत्वपूर्ण हो गई. अब्राहम के काम ने भारतीय विरासत और पेरिस के वस्त्र-सज्जा के बीच एक संवाद स्थापित किया, जो साधारण पूर्व-पश्चिम मिलन कथाओं से आगे बढ़ता है. इस संग्रह ने एक "तीसरे स्थान" की खोज की, जहाँ पारंपरिक भारतीय
शिल्प कौशल समकालीन पेरिस के डिज़ाइन से मिलता है, और इस बात पर प्रकाश डालता है कि सांस्कृतिक सम्मिश्रण कैसे
नए, अभिनव विचारों को जन्म दे सकता है. इस शुरुआत ने अंतरराष्ट्रीय रनवे पर भारतीय डिज़ाइनरों की बढ़ती उपस्थिति और पहचान की पुष्टि की.
दो शो में संतुलन
मात्र पाँच दिन पहले, अब्राहम ने बॉम्बे में ग्लोबल इंडिया कॉउचर
वीक में एक अलग संग्रह प्रस्तुत किया. इतने कम समय में दो संग्रहों का प्रबंधन करने के लिए ध्यान और सावधानीपूर्वक
योजना की आवश्यकता थी, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक और शैलीगत
संदर्भों में रचनात्मकता और एकरूपता पर ज़ोर दिया गया.
दर्शकों की प्रतिक्रिया
इस संग्रह को दर्शकों और आलोचकों दोनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली. फ़ैशन
विशेषज्ञ ज़ोरियाना सेमेन्युक ने टिप्पणी की, "पिछले हफ़्ते, हमने पेरिस फ़ैशन वीक में उच्च-स्तरीय ब्रांडों के कई शो में भाग लिया है, लेकिन हमने इससे ज़्यादा सुंदर संग्रह नहीं देखा." इस प्रशंसा ने न केवल अब्राहम के काम की गुणवत्ता को उजागर किया, बल्कि वैश्विक फ़ैशन परिदृश्य में भारतीय डिज़ाइनरों के बढ़ते प्रभाव को भी उजागर किया.
आगे की ओर देखते हुए
इश्क़ के एकेलन के साथ, थॉमस अब्राहम अब तक 38 शो पूरे कर चुके हैं, जिनमें से प्रत्येक ने
विचारशील और प्रयोगात्मक डिज़ाइन की एक विरासत स्थापित की है. पेरिस में अपने पहले शो के बारे में बताते हुए, उन्होंने कहा, "एक शो को चलाने में
60 सेकंड लगते हैं, लेकिन उस मिनट को कालातीत बनाने के लिए वर्षों की तैयारी करनी पड़ती है."
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