उर्सुला मानवटकर. फोटो/इंस्टाग्राम
`एयरलिफ्ट`, `हैप्पी न्यू ईयर` और `टाइगर जिंदा है` जैसी मेगा बॉलीवुड फिल्मों पर उर्सुला काम कर चुकी हैं. उनका मानना है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म सही कनेक्शन और लक्षित दर्शकों तक पहुंचना आसान बनाते हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया आसान और लागत प्रभावी हो जाती है.
उर्सुला मानवटकर का मानना है कि वह बिग स्क्रीन पर वास्तविक जीवन की घटनाओं और जटिल कहानियों को लाना पसंद करती हैं. उनका लक्ष्य फिल्मों के माध्यम से इस विविधता को प्रदर्शित करना होता है.
उनकी अपकमिंग फिल्म `हैलो शबनम` एक अनोखी कहानी है, जो अपराध-हत्या के रहस्य में फंसी एक इंटरसेक्स व्यक्ति शबनम पर केंद्रित है. फिल्म के विषय को लेकर उन्होंने कहा “एक इस्लामिक देश में पले-बढ़े होने के कारण, मैं इन मुद्दों को अच्छी तरह से समझती हूं.”
`द स्विच` पर काम करना उनके लिए अच्छा प्रोजेक्ट रहा है.
उन्होंने हाल ही में, `एम्प्टी` नाम की एक लघु अरबी फिल्म पूरी की है, जिसमें मैंने अरबी भाषा में अभिनय और भाषण दिया है.
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